राकेश तिवारी की रिपोर्ट
गोरखपुर। नेपाल के पहाड़ों पर लगातार हो रही भारी बारिश और पूर्वांचल में तीन दिन में 200 मिलीमीटर बारिश का असर यूपी में नदियों पर पड़ा है। गोरखपुर में सरयू नदी शनिवार को एक बार फिर बरहज में लाल निशान पार कर बहने लगी है। खतरे का निशान पार कर बह रही रोहिन और खतरनाक हो गई। राप्ती नदी भी कभी भी खतरे का निशान पार कर सकती है।
गोर्रा में भी पानी तेजी से बढ़ रहा है। नदियों की उफान खतरनाक देखते हुए जिला प्रशासन ने किनारे के गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को अलर्ट किया है।
नदियों का जलस्तर यदि इसी तरह बढ़ता रहा तो स्थिति काफी खतरनाक होने की आशंका जताई जा रही है। इसी आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने राप्ती और रोहिन नदी के किनारे के गांवों में शनिवार सुबह मुनादी कराई है। ग्रामीणों को मुनादी के जरिए जरूरी सामान व दस्तावेज आदि सुरक्षित रखने के बारे में जानकारी दी गई। अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही अफवाह फैलाएं। छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान दें। सर्पदंश की दशा में तत्काल निकट के अस्प्ताल जाएं। पशुओं को ऊंचे स्थलों पर पहुंचा दें। किसी भी तरह की समस्या आने पर लेखपाल एवं ग्राम विकास अधिकारी को तत्काल बताएं।
सरयू और रोहिन सीजन में तीसरी बार लाल निशान पार
सरयू नदी इस साल बारिश के मौसम के बरहज में पहले भी दो बार खतरे के निशान को पार कर चुकी है। शनिवार की सुबह यहां तीसरी बार खतरे के निशान को पार की है। यही हाल रोहिन नदी का भी है। शुक्रवार को रोहिन नदी का पानी तीसरी बार त्रिमुहानी घाट पर खतरे के निशान को पार किया है।
गोरखपुर में नदियों का हाल
सरयू : बरहज
खतरे का निशान : 66.50 आरएल मीटर
सुबह जलस्तर : 66.700 आरएल मीटर
शाम को जलस्तर : 66.850 आरएल मीटर
राप्ती : बर्डघाट
खतरे का निशान : 74.98 आरएल मीटर
सुबह जलस्तर : 74.650 आरएल मीटर
शाम को जलस्तर : 74.800 आरएल मीटर
रोहिन : त्रिमुहानी घाट
खतरे का निशान : 82.44 आरएल मीटर
सुबह जलस्तर : 83.470 आरएल मीटर
शाम को जलस्तर : 83.490 आरएल मीटर
गोर्रा : पिंडरा घाट
खतरे का निशान : 70.50 आरएल मीटर
सुबह जलस्तर : 69.450 आरएल मीटर
शाम को जलस्तर : 69.600 आरएल मीटर
Author: samachar
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