Explore

Search

November 1, 2024 10:06 pm

“इडली वाला” निकला “बंडलबाज” : समाचार पढ़कर आप भी यही कहेंगे

1 Views

राकेश भावसार की रिपोर्ट 

नासिक में जहां नोट छापने की फैक्ट्री है वहां नकली नोटों के रैकेट का पर्दाफाश हुआ है और नकली नोटों को पुलिस ने जब्त कर लिया है।

दिलचस्प बात यह है कि एक इडली विक्रेता के पास नकली नोट मिले, जिससे हड़कंप मच गया।

पुलिस ने पांच लाख रुपये के नकली नोट और 244 नोट पांच सौ दो हजार रुपये के नकली नोट जब्त किए हैं।

पुलिस ने इन नकली नोटों को बाजार में प्रसारित करते हुए कार्रवाई की है।

गिरफ्तार संदिग्ध इडली वाला की पहचान अन्ना उर्फ ​​मलयारासन मदसमय के रूप में हुई है और माना जाता है कि वह तमिलनाडु राज्य के तुदुकुडी का निवासी है। इस व्यक्ति के खिलाफ नकली भारतीय मुद्रा नोट बनाने और उन नोटों को बाजार में असली मुद्रा के रूप में इस्तेमाल करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। जांच में खुलासा हुआ है कि अन्ना ने नासिक के कालीके यात्रा में नवरात्रि पर्व के दौरान कुछ छोटे कारोबारियों को नकली नोट देकर ठगी की। इस शख्स के पास से कुल 5 लाख 8 हजार रुपये के नकली नोट, 3300 नकद और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया है।

इसी बीच कल शाम नकली नोट बेचने की तैयारी के दौरान भारत नगर इलाके में अन्ना को पोलिस ने पकड़ा। पोलिस ने संदेह जताया है कि नकली नोट बाजार में लाने वाला एक गिरोह नासिक में काम कर रहा है और इस मामले में मुंबई नाका पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।बीती शाम पुलिस ने संदिग्ध इडली वाल्या को भारत नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया और आगे की जांच सहायक पुलिस निरीक्षक रौंदल कर रही है।

इडलीवाले नासिक में लोकप्रिय हैं।

नासिक शहर में कई वर्षों से बाहर के राज्यों से कई इडलीवाले हैं और उन्होंने विभिन्न स्थानों पर अपना डेरा जमाया है। इस बीच यह कार्रवाई कल शाम नासिक शहर के भारत नगर इलाके में की गई है। इससे शहर के अन्य इडली विक्रेताओं में दहशत निर्माण हुआ है। गिरफ्तार अन्ना की जांच जारी है और सभी का ध्यान इस बात पर है कि पुलिस आगे क्या कार्रवाई करेगी।

कैसे करें नकली नोटों की पहचान?

दैनिक करेंसी नोटों पर वॉटरमार्क के रूप में महात्मा गांधी की तस्वीर दिखाई देती है। नोट में एक सुरक्षा धागा है। इसमें सतह पर हिंदी में ‘भारत’ और पीछे की तरफ ‘RBI’ लिखा हुआ है। यह सुरक्षा धागा महात्मा गांधी के चित्र के बाईं ओर है। यदि नोट को आंखों के स्तर पर जमीन के समानांतर रखा जाता है, तो नोट के पीछे दाईं ओर महात्मा गांधी की छवि धुंधली होती है। नोट पर बहुत छोटे अक्षरों में आरबीआई लिखा होता है। इसी प्रकार अशोक स्तंभ भी बाईं ओर ऊंचे रूप में मुद्रित है। प्रत्येक नोट मूल्य से पहचाना जाता है। यह चिन्ह नोट पर आयत, त्रिभुज, गोल जैसे विभिन्न आकृतियों में प्रमुखता से छपा हुआ है। नोटों पर नंबर फ्लोरोसेंट स्याही से छपी हुई होती हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."