राकेश तिवारी की रिपोर्ट
देवरिया । जिले में एक ऐसा विद्यालय है जो प्रधानाध्यापक व अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है ।
उक्त विद्यालय में सिर्फ में ही 60 बच्चे का एडमिशन है लेकिन विद्यालय में एक भी पढ़ने नहीं आते हैं । और तो और यहां पर रसोई की भी सुविधा उपलब्ध है और रोजाना बच्चों के लिए खाना भी बनता है लेकिन जब बच्चे नहीं हैं तो किसके लिए खाना बनता है? यह सवाल कम महत्वपूर्ण नहीं है। सिर्फ कागजों में है दर्शाया जाता है कि रोजाना 60 बच्चों का खाना बनता है।
आपको बताते चलें कि देवरिया जिले के भागलपुर विकासखंड के अंतर्गत ग्राम परासिया अली में पूर्व माध्यमिक विद्यालय के अनुचर द्वारा पता चला कि यहां पर 60 बच्चों का एडमिशन है।
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इस ग्राम पंचायत के प्रधान व गांव के लोगों का कहना है कि जूनियर हाई स्कूल के प्रधानाचार्य श्रीराम तिवारी जो कभी भी स्कूल में आते ही नहीं है।
ग्राम प्रधान व ग्रामीणों का यह भी कहना है कि 10 या 15 दिन स्कूल में आकर अपना हाजिरी रजिस्टर पर लगा देते हैं और फिर चले जाते हैं स्कूल से । इस बात को लेकर जब प्रधानाध्यापक से चपरासी के फोन से पर मीडिया कर्मी से वार्ता हुई तो बहुत ही अभद्रता पूर्वक बात करते हुए कहा कि, ‘अगर बच्चे नहीं आते हैं तो क्या मैं बच्चा पैदा करूं जो मैं बच्चों को स्कूल में पढ़ा सकूं ?’
Author: samachar
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