दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
इटावा। मंगेतर ने ही युवती को फोन कर मिलने के लिए बुलाया फिर उसकी हत्या कर लाश को झाड़ियों में फेंक दिया। मंगेतर सशस्त्र सुरक्षा बल में वायरलेस आपरेटर है और इन दिनों छुट्टी पर आया था। 16 नवंबर को दोनों की शादी होनी थी। युवती के पिता की शिकायत पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या की वजह सुनकर पुलिस भी हैरान है। मंगेतर ने हत्या की बात भी स्वीकार कर ली है।
रायनगर वैदपुरा निवासी लल्ला सिंह बरेली में पुलिस विभाग में हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं। उनकी बेटी अर्चना सिंह (25) की सोमवार देर रात हत्या कर शव झाड़ियों में फेंक दिया गया। पुलिस ने रात 11 बजे झाड़ियों के पास लावारिश हालत में स्कूटी पड़ी देखी तो लल्ला सिंह को जानकारी दी।
उन्होंने दोपहर से बेटी के गायब होने की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस ने झाड़ियों में तलाश की तो अर्चना का शव स्कूटी से करीब दो सौ मीटर दूर पड़ा मिला। परिजनों ने बताया कि अर्चना की शादी नगला अर्जुन, जसवंतनगर के नेत्रपाल के बेटे नीलेश के साथ तय थी।
नीलेश अरुणांचल प्रदेश में सशस्त्र सुरक्षा बल में तैनात है। परिजनों के अनुसार, गोद भराई की रस्म हो चुकी थी और 16 नवंबर को शादी होनी थी। पिता ने बताया कि सोमवार को नीलेश ने बेटी को मिलने के लिए बुलाया था। दोपहर एक बजे के बाद फोन बंद होने पर परिजनों ने खोजबीन की लेकिन पता नहीं चला।
नीलेश के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने उसे घर से गिरफ्तार कर लिया। नीलेश ने स्वीकार किया कि उसने ही गला घोटकर अर्चना की हत्या की है क्योंकि वह किसी दूसरी लड़की से शादी करना चाहता था।
एसपी सिटी कपिलदेव के अनुसार, नीलेश ने परिवार के दबाव में अर्चना से शादी तय की थी और उसे रास्ते से हटाने के लिए मौत के घाट उतार दिया।
Author: samachar
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