कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल सोमवार (29 अगस्त, 2022) को अचानक से लखनऊ के नेशनल इंटर कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचीं। उन्होंने स्कूल में छात्रों की उपस्थिति से लेकर साफ-सफाई तक का निरीक्षण किया। अपने इस औचक निरीक्षण के दौरान राज्यपाल ने अनुपस्थित छात्रों को फोन करके स्कूल ना आने का कारण पूछा और लैब, क्लासरूम, स्टाफ रूम, ऑडिटोरियम और स्टोर रूम का दौरा कर गंदगी को लेकर नाराजगी जताई एवं स्कूल प्रशासन को साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान आनंदीबेन छात्रों से मिलीं और उन्हें अभिभावकों की तरह समझाती हुई नजर आईं। इस दौरान, उन्होंने छात्रों से ब्लैकबोर्ड पर उपस्थित और अनुपस्थित छात्रों की संख्या लिखवाई और उनसे रोजाना ऐसा करने के लिए कहा। वहीं, जो छात्र स्कूल नहीं आए थे उन्हें फोन करके अनुपस्थित रहने का कारण पूछा और उन्हें यह भी समझाया कि जिस दिन वह गैरहाजिर रहेंगे, उस दिन की पढ़ाई छूट जाएगी, इस वजह से उनकी पढ़ाई का नुकसान होगा, इसलिए उन्हें रोजाना स्कूल आना चाहिए।
राज्यपाल ने वहां मौजूद कई छात्रों से उनकी गतिविधियों, शिक्षा, पारिवारिक विषयों और स्कूलों के आने के साधनों के बारे में भी बात की। उन्होंने छात्रों से पाठयक्रम से जुड़े सवाल किए और लैब में प्रैक्टिल भी करवाए। हालांकि, कई जगह उन्हें गंदगी नजर और बेंचों पर धूल जमी देखी, जिसे लेकर वह नाराज हो गईं और स्कूल प्रशासन को निर्देश दिए कि साफ-सफाई को लेकर कोई लापरवाही ना हो और रोजाना सफाई होनी चाहिए।
राज्यपाल आनंदी बेन ने स्टाफ रूम, क्लासरूम, लैब और ऑडिटोरियम का भी दौरा किया। इन जगहों पर गंदगी देखकर उन्होंने स्कूल प्रशासन से नाराजगी जाहिर की। जब राज्यपाल स्कूल के दौरे पर पहुंचीं तो उनके साथ डीएम सूर्यपाल गंगवा और प्रिंसिपल रामचंद्र भी मौजूद रहे।
बलिदानियों की दी जाने वाली सहायता राशि बढ़ाई जाए
आनंदीबेन पटेल ने बालिदानियों की पत्नियों को दी जाने वाली सहायता राशि बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं। राज्यपाल ने आश्रित महिलाओं के स्वावलंबन की दिशा में कदम उठाने और उनकी सभी समस्याओं के निराकरण का निर्देश दिया। उन्होंने इस व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए एक एप बनाने का भी सुझाव दिया। इस पर महिलाएं अपनी समस्याएं अपलोड कर संस्थान से सहायता प्राप्त कर सकें।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."