विवेक चौबे की रिपोर्ट
लातेहार, लातेहार के नेतरहाट स्थित टुटवापानी में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। कहा कि राजभवन पता नहीं क्या षड्यंत्र रच रहा है। पिछले पांच महीने से मुझे सत्ता से हटाने के लिए लोग मेरा गला रेतने के लिए आरी बना रहे हैं, लेकिन आरी बन ही नहीं पा रही है। क्योंकि लोग जो आरी बना रहे हैं, वह टूट जा रही है। पहली बार झारखंड में दो दिनों का आदिवासी महोत्सव मनाया गया। इसमें पड़ोसी राज्य के लोग शामिल हुए। कार्यक्रम के बाद कहा गया कि पैसा का दुरूपयोग हुआ, लेकिन आदिवासी राज्य में आदिवासी दिवस नहीं मनेगा तो कहां मनेगा। प्रधानमंत्री व आदिवासी राष्ट्रपति ने आदिवासियों को शुभकामनाएं तक नहीं दीं। वे शुभकामना नहीं देंगे, क्योंकि उन्हें आदिवासी के नाम से चिढ़ होती है। यहां के आदिवासी को वनवासी बोलते हैं।
मैं व्यापारी का नहीं, आदिवासी का बच्चा हूं
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की पूर्ववर्ती सरकार ने केंद्र सरकार से 20 वर्षों में बकाया राशि मांगने का कार्य नहीं किया। डबल इंजन की सरकार ने सरकारी खजाना खाली कर दिया। खनिज संपदा का एक लाख 36 हजार कराेड़ बकाया भारत सरकार के पास है। मैंने जब राशि की मांग की तो हजार बारह सौ करोड़ रुपये प्राप्त भी हुए। जब मैंने और बकाया राशि की मांग की तो केंद्र सरकार ने सरकारी एजेंसियों को लगाकर हमारे पैरों में बेड़ियां डालने का कार्य शुरू कर दिया। सरकार की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि हमारे पूर्वजों ने पहले ही डर को भगा दिया है। मैं व्यापारी का बच्चा नहीं, मैं आदिवासी का बच्चा हूं। राज्य के विकास को लेकर शरीर में एक बूंद खून तक संघर्ष जारी रहेगा।
भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि नालायकों ने झारखंड का खजाना खाली करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। राज्य में बाहरी तत्वों का गिरोह सक्रिय है। इसी गिरोह द्वारा राज्य को तहस नहस किया जा रहा था। लेकिन 2019 में जनता ने इन्हें बेदखल किया तो इनको बर्दाश्त नहीं हो रहा है। इसलिए सरकार गिराने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। लेकिन सफल नहीं हो पा रहे हैं। फिर भी तरह-तरह के षडयंत्र रच रहे हैं। लेकिन राज्य में महागठबंधन की सरकार मजबूती के साथ हर षडयंत्रों से निपट रही है। जब से हमारी सरकारी आई है, तब से लोग आंदोलन नहीं करते। अब लाठी डंडे नहीं चलते। लोगों के चेहरे पर मुस्कान नजर आती है। जनता की खुशहाली ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."