दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
बलरामपुर : नारी सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा हर्रैया थाना में दम तोड़ रही है। यहां किशोरी के अपहरण, दुष्कर्म जैसे संगीन मामलों के आरोपितों काे गिरफ्तार करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
एक गांव की किशोरी को एक युवक बहला-फुसलाकर पंजाब भगा ले गया। पुलिस ने पांच लोगों के विरुद्ध नामजद मुकदमा तो दर्ज किया, लेकिन डेढ़ माह बीतने के बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई।
पीड़िता माता-पिता राज्य महिला आयोग व मुख्यमंत्री समेत अन्य उच्चाधिकारियों की चौखट पर न्याय की गुहार कर चुके हैं, लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है।
पीड़ित पिता का आरोप है कि 13 जून को गांव निवासी प्रभु यादव उसकी 15 वर्षीया बेटी को अपने भाई रक्षाराम, बीपत उर्फ दीपक, लेवड़िया व बुद्धू के सहयोग से बहला-फुसलाकर भगा ले गया। प्रभु पंजाब में रहकर कमाई करता है। नौ माह पहले गांव आया था। तीन महीने गांव में रहा। इसी दौरान उसका किशोरी से संपर्क हो गया था। 11 जून को परिवार के लोग शादी समारोह में गए थे। इस दौरान प्रभु का बड़ा भाई रक्षाराम दो दिन उसके घर पर ही था। दो दिन बाद से बेटी गायब है। पुलिस ने पांचों के खिलाफ मुकदमा लिख लिया, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। विपक्षी परिवार को जान-माल की धमकी भी दे रहे हैं।
प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार पांडेय का कहना है कि आरोपित व किशोरी दोनों ने अपने मोबाइल बदल दिए हैं। फिर भी उनकी तलाश की जा रही है। लुधियाना में जिस मकान में प्रभु रहता था, वहां भी नहीं मिला। तलाश की जा रही है। जल्दी ही किशोरी को बरामद कर आरोपितों को जेल भेजा जाएगा।
Author: samachar
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