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November 1, 2024 11:00 pm

ठेकेदार को जिंदा जला दिया था, बिल्डर और उसके मुंशी ने मुंह नहीं खोला

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

कानपुरः यूपी के कानपुर में ठेकेदार जिंदा जलाने के मामले में जेल भेजे गए बिल्डर शैलेंद्र श्रीवास्तव व उसके मुंशी राघवेंद्र तिवारी से पुलिस ने देर रात तक पूछताछ की। पूछताछ में दोनों ने सफाई देते हुए बताया कि ठेकेदार राजेंद्र ने खुद ही आग लगा ली। हम लोगों ने नहीं जलाया। दोनों आरोपियों ने वारदात नहीं कबूली है। इस मामले में पुलिस गहनता से जांच कर रही है। 

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के मुताबिक मामला कानपुर जिले के लाल बंगला एनटू रोड स्थित एमईएस कालोनी का है। जहा के निवासी ठेकेदार राजेंद्र पाल (59) का पिछले 2-3 सालो से बिल्डर शैलेंद्र श्रीवास्तव के साथ पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। इसी कड़ी में वह जब पैसो की मांग करने बिल्डर के घर गया तो बिल्डर ने उसे अपने घर के बाहर जलाकर मार दिया। बही ठेकेदार की चिलाने की अवाज सुनकर लोगों की भीड़ लग गई। सूचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस ने शैलेंद्र व उसके मुंशी राघवेंद्र पर हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर, गिरफ्तार कर लिया ।

पूछताछ में दोनों आरोपियों ने मृतक से मारपीट की बात कबूली

इस मामले में चकेरी थाने में डीसीपी पूर्वी और एसीपी कैंट ने उनसे कैंट थाने में पूछताछ की तो शुरुआत में दोनों ने राजेंद्र से मारपीट की बात कबूल की हालांकि बाद में वह मुकर गए। बिल्डर शैलेंद्र ने कहा कि वह और उनका पूरा परिवार घर के भीतर ही था। वह पूजा कर रहे थे। इसी बीच चीख की आवाज सुनाई दी। जब उन्होंने बाहर जाकर देखा तो राजेंद्र आग की चपेट में था। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी और यहां तक कह दिया कि राजेंद्र ने खुद ही आग लगा ली। 

पिता को बिल्डर से 18 लाख रुपये लेने थे- मृतक का बेटा

मृतक राजेन्द्र के बेटे अरविंद पाल ने बताया कि पिता पिछले 12 साल से वह डी ब्लॉक श्याम नगर निवासी बिल्डर शैलेन्द्र श्रीवास्तव के लिए काम करते रहे थे। अरविंद ने आरोप लगाया कि पिता को बिल्डर से 18 लाख रुपये लेने थे, जिसके लिए वह बीते 3-4 साल से उन्हें टाल रहा था। इससे वह पूरी तरह टूट गए थे और उनके ऊपर कर्ज बढ़ गया था। तो एक दिन बुधवार को सुबह लगभग साढ़े दस बजे पिता बिल्डर से हिसाब-किताब करने गए थे। तभी उन्होंने विवाद के बाद बिल्डर शैलेन्द्र श्रीवास्तव और उसके मुंशी राघवेन्द्र तिवारी ने मारपीट के पिता को बंधक बना घर में पेट्रोल डालकर फूंक दिया।

क्या कहती है पुलिस?

डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि अस्पताल में इलाज के दौरान राजेंद्र ने बयान दिया था, जिसमें कहा था कि शैलेंद्र व राघवेंद्र ने उनको जलाया है। यह बयान पुख्ता सुबूत है। इसका वीडियो भी है। घटना स्थल आरोपी का घर है। ये सभी सुबूत जांच में शामिल किए गए हैं। उसी आधार पर आरोपियों को जेल भेजा गया है। जिसके बाद आरोपी बिल्डर और उसके मुंशी को पुलिस ने गुरुवार दोपहर कोर्ट में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। बता दें कि राजेंद्र का शव का गुरुवार को पोस्टमार्टम करवाया गया। रिपोर्ट के अनुसार राजेंद्र 99 फीसदी जल चुका था। इसके चलते ही उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने विसरा को सुरक्षित रख लिया है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."