परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली: मशहूर गायक भूपिंदर सिंह का 82 वर्ष की आयु में सोमवार को निधन हो गया। वे दो दीवाने शहर में’, ‘मेरी आवाज ही पहचान है’ और ‘होके मजबूर मुझे उसने बुलाया होगा’ जैसे गानों के लिए पहचाने जाते थे। भूपिंदर सिंह की पत्नी मिताली सिंह के अनुसार, गायक का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ। भूपिंदर सिंह का पिछले 10 दिनों से अस्पताल में स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का इलाज चल रहा था।
खबरों के मुताबिक सोमवार देर रात में ही करीबी लोगों की मौजूदगी में सिंह का अंतिम संस्कार किया गया। सूत्रों के मुताबिक कोरोना के खतरे के चलते ये फैसला लिया गया।
उनके निधन की खबर आते ही ना सिर्फ बी टाउन बल्कि दुनियाभर में उनके प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन पर शोक जताते हुए फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने ट्विटर का सहारा लिया और अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की। पंडित ने ट्वीट किया, “गायक और गिटारवादक भूपिंदर सिंह का निधन फिल्म उद्योग, खासकर संगीत जगत के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। उनकी पत्नी मिताली जी और पूरे परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना। उनके गीतों के माध्यम से हमेशा याद किया जाएगा।”
अपने करियर में, भूपिंदर सिंह ने अपने सदाबहार गीतों जैसे ‘होके मजबूर मुझे, उसे बुलाया होगा’, ‘दिल ढूंढता है’, ‘दुकी पे दुकी हो या सत्ते पे सत्ता’, ‘किसी नज़र को तेरा इंतजार’ से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोमवार को दिग्गज गायक भूपिंदर सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनके कार्यों ने कई लोगों को प्रभावित किया।पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “दशकों तक यादगार गाने देने वाले भूपिंदर सिंह जी के निधन से दुखी हूं। उनकी रचनाओं ने कई लोगों को प्रभावित किया। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।”
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."