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18 January 2025 4:32 pm

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अंधे इश्क में पागल इस नाबालिग लड़की की हरकतें सुनकर आप भी कहेंगे, “ये रोग बड़ा हरजाई है “

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कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट 

लखनऊ। बाराबंकी से भागे युवक-युवती को पुलिस ने लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर पकड़ा है। लड़की को उसके पिता ने घर चलने की बात कही तो वह उनसे ही भिड़ गई। पिता हाथ जोड़कर रोता रहा। आखिरकार, बाराबंकी की जैदपुर पुलिस दोनों को अपनी कस्टडी में ले गई है। लड़के का नाम फहीम है। लड़की हिंदू और 10वीं की छात्रा है। दोनों के बीच प्रेम संबंध होने की बात कही जा रही है। लड़की के परिवार ने लव जेहाद के आरोप लगाए हैं।

मुंबई में अपनी रिश्तेदारी में छिपा था फहीम

ये पूरा मामला बाराबंकी के जैदपुर से जुड़ा है। यहां रहने वाले फहीम का हिंदू लड़की से प्रेम प्रसंग था। लड़की 10वीं की छात्रा है। 6 दिन पहले लड़की के पिता ने जैदपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। फहीम पर लड़की को भगा ले जाने के आरोप लगाए गए। पुलिस ने छानबीन शुरू की।

पुलिस और परिवार के लोग दोनों को ढूंढ रहे थे। सोमवार को उन्हें खबर मिली कि दोनों मुंबई में छिपे हुए हैं। मुंबई में फहीम की रिश्तेदारी थी। दोनों सोमवार को वापस लखनऊ आ रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की। परिवार के लोग अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे। यहां शाम को लड़का और लड़की दोनों दिख गए। परिजनों ने उन्हें पकड़ भी लिया। इसके बाद ड्रामा शुरू हो गया, क्योंकि लड़की अपने परिवार के साथ जाने को तैयार नहीं थी।

लड़की के पिता का कहना था कि ये नाबालिग है। हालांकि, लड़की खुद को 19 साल की बता रही थी। लड़की अपने परिवार के साथ एयरपोर्ट की प्राइवेट सिक्योरिटी से भी भिड़ गई।

”फहीम ने मेरी बेटी का ब्रेन वॉश कर दिया”

लड़की के पिता ने कहा, “फहीम ने मेरी बेटी को बातों में फंसाकर निकाह कर लिया। बेटी का ब्रेन वॉश कर दिया। जो बेटी बिना पूछे कोई काम नहीं करती थी, वो आज पैर पड़ने के बाद भी मेरे साथ नहीं जाना चाहती है। उस लड़के के साथ जाने की जिद कर रही है।” एयरपोर्ट पर पिता के हाथ जोड़कर रोने का वीडियो वहां मौजूद लोगों ने ही बनाया।

“मेरी बेटी का मेडिकल कराइए”

एयरपोर्ट से फहीम और छात्रा को जैदपुर पुलिस अपनी कस्टडी में ले गई। सरोजनीनगर पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। अब लड़की की सुपुर्दगी के लिए उसकी उम्र का पता लगाया जाएगा। छात्रा के पिता का कहना है कि मेरी बेटी का मेडिकल करवाया जाए। इससे साफ हो जाएगा कि वह नाबालिग है। नियम ये हैं कि नाबालिग लड़की के कोर्ट में बयान मान्य नहीं होते हैं। उसकी कस्टडी परिवार को दी जाती है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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