सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया। भारतीय जनता पार्टी सलेमपुर मण्डल द्वारा आज कैम्प कार्यालय पर डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती मनाई गई।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुई। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य त्रिपुणायक विश्वकर्मा ने कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई, 1901 को एक संभ्रांत परिवार में हुआ था। महानता के सभी गुण उन्हें विरासत में मिले थे। उनके पिता आशुतोष बाबू अपने जमाने के ख्याति प्राप्त शिक्षाविद् थे।
मण्डल अध्यक्ष कन्हैया लाल जायसवाल ने कहा कि 1950 में भारत की दशा दयनीय थी। इससे डॉ. मुखर्जी के मन को गहरा आघात लगा। उनसे यह देखा न गया और भारत सरकार की अहिंसावादी नीति के फलस्वरूप मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देकर संसद में विरोधी पक्ष की भूमिका का निर्वाह करने लगे। एक ही देश में दो झंडे और दो निशान भी उनको स्वीकार नहीं थे।
भाजपा नेता मिथिलेश बाबा ने कहा कि डॉक्टर श्यामा प्रसाद एक शिक्षित परिवार से संबंध रखते थे। जब नेहरू जी ने देश का बंटवारा करने की बात की तो उन्होंने इसका विरोध किया और जनसंघ की स्थापना की। आज देश प्रदेश में भाजपा की सरकार है। भाजपा उनके बताए रास्ते पर चल कर काम कर रही है।
शक्ति केंद्र प्रभारी विनय पांडेय ने संचालन किया एवं अशोक तिवारी ने आभार व्यक्त किया। उक्त अवसर पर अजय दूबे वत्स, दीपक श्रीवास्तव, त्रिवेणी गुप्ता, अजय गौतम, पंकज पासवान, अनुज दुबे, गब्बर दुबे, गोपाल कुशवाहा, आमिर खान आदि उपस्थित रहे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."