सुरेन्द्र प्रताप सिंह के साथ आनंद शर्मा की रिपोर्ट
राजस्थान में एक टेलर कन्हैया लाल की बेहरमी से हत्या कर दी गई। हत्यारों ने इसका वीडियो भी बनाया। इसके बाद एक और वीडियो बनाकर हत्या की जिम्मेदारी ली। इसमें बताया कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के अपमान का बदला लिया है। दरअसल, कन्हैया ने सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा का समर्थन किया था। इसके बाद से उन्हें धमकियां मिल रही थीं…। उधर, महाराष्ट्र में चल रही सियासी उठापटक के बीच BJP एक्टिव हो गई है। पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि उद्धव सरकार अल्पमत में है, क्योंकि शिंदे गुट के 39 विधायक उसके साथ नहीं हैं।
पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर पिछले दिनों आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा के समर्थन में गलती से हुए एक पोस्ट की वजह से कट्टरपंथियों ने टेलर कन्हैयालाल का गला रेत दिया। कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान में घुसे आरोपियों ने पूरी घटना को कैमरे में भी कैद किया और दो वीडियो जारी करते हुए पीएम मोदी को भी मारने की धमकी दी। आइए हम आपको बताते हैं कि विवाद की शुरुआत कहां से हुई और कैसे इस खौफनाक अंजाम तक पहुंची।
इस पूरे विवाद की शुरुआत नूपुर शर्मा को लेकर मचे हंगामे के दौरान ही हो गई थी। कन्हैयालाल के मोबाइल से नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट को वॉट्सऐप पर फॉर्वर्ड किया गया। कन्हैया ने दावा किया था कि यह पोस्ट गलती से उसके 8 साल के बेटे ने कर दिया था। इसके बाद से ही कन्हैया को धमकियां मिलने लगी थीं।
राजस्थान के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हवा सिंह घुमारिया ने बताया कि कन्हैयालाल के पोस्ट से आहत कुछ लोगों ने उदयपुर में पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने 10 जून को कन्हैयालाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और उसे उसी दिन गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, कोर्ट में पेशी के बाद कन्हैया को जमानत मिल गई।
कन्हैया ने पुलिस से की शिकायत, मांगी थी सुरक्षा
कन्हैयालाल को जमानत पर रिहा होने के बाद लगातार धमकियां मिलने लगीं। कट्टरपंथी उसे फोन और मैसेज करके जान से मारने की धमकी देने लगे। 15 जून को कन्हैया शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचा। उसने धमकी मिलने की बात कहते हुए पुलिस से सुरक्षा की मांग की। खुद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने इसकी पुष्टि की है।
गिरफ्तारी की बजाय पुलिस ने कराया समझौता
कन्हैयालाल को गिरफ्तार करने में चुस्त दिखने वाली पुलिस उसको मिली धमकियों पर सुस्त नजर आई। पुलिस ने धमकी देने वालों को गिरफ्तार करने की बजाय उन्हें थाने में बुलाकर समझौता करा दिया। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर घर भेज दिया। लेकिन कन्हैयालाल को मिली धमकियों को नजरअंदाज करते हुए उसे सुरक्षा नहीं मुहैया कराई गई।
17 को कत्ल का ऐलान, 28 को दिया अंजाम
आरोपी मोहम्मद रियाज ने 17 जून को एक वीडियो बनाते हुए यह ऐलान किया था कि वह नबी की शान में गुस्ताखी करने वाले का सिर तन से जुदा कर देगा। उसने जैसा कहा था वैसा ही किया। इस ऐलान के ठीक 11वें दिन उसने अपने साथी गौस मोहम्मद के साथ मिलकर कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या कर दी।
इस्लामिक स्टेट के खूंखार आतंकियों की तरह वारदात
आरोपी रियाज और गौस ने जिस तरह से घटना को अंजाम दिया उसकी तुलना इस्लामिक स्टेट के आतंकियों की बर्बरता से हो रही है। कुछ साल पहले इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने पश्चिमी देशों के कई नागरिकों की इस अंदाज में गला रेतकर हत्या की थी। रियाज और गौस की बर्बरता को देखते हुए इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या उनका आतंकी संगठनों से कोई कनेक्शन है? टेरर एंगल से जांच के लिए एनआईए की टीम भी दिल्ली से उदयपुर पहुंची है।
सचिन पायलट ने शांति बनाए रखने की अपील की
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सचिन पायलट ने इस घटना पर दुख जताते हुए शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की है।
सचिन पायलट ने ट्वीट कर कहा, ”उदयपुर में युवक की निर्मम और दिल दहलाने वाली हत्या की घटना अत्यंत दुखद एवं निंदनीय है, मैं इसकी भर्त्सना करता हूं। इस अमानवीय कृत्य को अंजाम देने वाले अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। मैं सभी से अपील करता हूं कि शांति और भाईचारा बनाए रखें।”
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."