जावेद अंसारी की रिपोर्ट
लखनऊ, गोमतीनगर विशेषखंड स्थित प्राइड अस्पताल पर एक महिला ने किडनी निकालने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मार्च में सड़क दुर्घटना में चोट लगने पर उनका अस्पताल में आपरेशन किया गया था। रविवार को अचानक पेट में दर्द होने पर डाक्टर ने अल्ट्रासाउंड किया तो पता चला कि एक किडनी गायब है। पीड़ित महिला की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अस्पताल संचालक को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है।
गोमतीनगर हुसडिय़ा चौराहे के पास रहने वाले शाहबुद्दीन की पत्नी शबनम का कहना है कि मार्च माह में एक हादसे में वह घायल हो गई थीं। इस दौरान वह गर्भवती थीं। परिवारीजन ने उन्हें प्राइड अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां डाक्टरों ने बताया कि दुर्घटना के कारण बच्चा पेट में ही मर चुका है। इसके लिए आपरेशन करने की बात कही गई थी, जिसके बाद आपरेशन कर बच्चे को निकाला गया और 12 मार्च को महिला मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था।
पति शाहबुद्दीन के अनुसार हादसे से पहले अल्ट्रासाउंड हुआ था तो पत्नी के दोनों गुर्दे थे। उनका आरोप है कि प्राइड अस्पताल प्रशासन ने आपरेशन के नाम पर उनसे सवा लाख रुपये भी वसूल किए थे। सोमवार दोपहर महिला पति संग सीएमओ कार्यालय पहुंचीं। जहां उन्होंने अपना बयान दर्ज कराने के बाद मेडिकल जांच रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दी।
डा. जावेद, संचालक, प्राइड अस्पताल का कहना है कि, महिला हादसे में जख्मी हो गई थी। इस दौरान महिला के पेट में ही बच्चे ने दम तोड़ दिया था। डा. अंकिता सिंह ने सर्जरी कर मृत बच्चे को बाहर निकाला गया था। महिला की किडनी निकालने का आरोप बिल्कुल गलत है। इसके साथ ही पेट के आपरेशन में किडनी निकालना संभव नहीं है।
Author: samachar
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