सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जोधपुर। अशोक गहलोत ने कहा कि देश के कई राज्यों में हिंसा एवं तनाव चिंताजनक है। भारत में हिंसा एवं सांप्रदायिकता का कोई स्थान नहीं है। सभी नागरिकों को एक दूसरे के धर्म का सम्मान करना चाहिए। भारत में हिन्दू, मुस्लिम एवं अन्य सभी समुदाय सदियों से साथ रहते आए हैं एवं आगे भी मिलजुल कर रहना है। इनका आपसी सद्भाव ही भारत की पहचान है।
मैं सभी समुदायों के लोगों से शांति की अपील करता हूं। निष्कासित भाजपा प्रवक्ताओं की टिप्पणियों की जितनी निंदा की जाए वो कम है परन्तु इसके विरोध में किए जा रहे प्रदर्शनों में हिंसा नहीं होनी चाहिए। कानून के दायरे में अपनी बात रखना ही जायज तरीका है। मीडिया को भी ऐसे सांप्रदायिक तत्वों को मंच नहीं देना चाहिए जो दो समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करें।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."