नौशाद अली की रिपोर्ट
कानपुर, राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कानपुर देहात के परौंख गांव में आयोजित कार्यक्रम में आ रहे हैं। वहां कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे लेकिन राष्ट्रपति कानपुर आकर सर्किट हाउस में ठहरेंगे। इसके चलते शहर में सुरक्षा के खास इंताजम के साथ सर्किट हाउस में अलग तरह की सुरक्षा की तैयारी की गई है। सर्किट हाउस में खतरा देखते हुए 62 पुलिस कर्मी गुलेल लेकर चप्पे चप्पे पर तैनात रहेंगे। सर्किट हाउस के चारों इन पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द तीन जून को सर्किट हाउस में ठहरेंगे। यहां सबसे बड़ी परेशानी बंदरों को लेकर है। शाम होते ही बंदरों के झुंड खाने की तलाश में सर्किट हाउस और आसपास की सड़क तक आ जाते हैं। ऐसे में इनके उत्पात को रोकने के लिए पुलिस और वन विभाग के 62 कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस विभाग के 50 और वन विभाग के 12 कर्मचारी गुलेल लेकर तैनात रहेंगे। पिछली बार राष्ट्रपति के आगमन पर प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे पाया था जिससे आखिरी समय में बंदरों को भगाने में काफी मुश्किल हुई थी।
पिछली बार जब राष्ट्रपति सर्किट हाउस में रुके थे तब उन्होंने कमरा नंबर छह में सभी से एक साथ मुलाकात की थी। इस दौरान काफी भीड़ हो गई थी। ऐसी स्थिति से बचने के लिए इस बार राष्ट्रपति से एक-एक कर लोगों को मिलवाया जाएगा। टेंट में बंदर न घुस जाएं इसके लिए भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं।
Author: samachar
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