अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
सिद्धार्थनगर। गोरखपुर के झंगहा के दीवा गांव में परछावन के दौरान 32 वर्षीय संगम यादव की हत्या के बाद जब दूल्हा बारात लेकर खजनी के उनवल पहुंचा तो दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया। उधर, बारात में पहुंची पुलिस ने शादी के मंडप से ही दूल्हे इंदल और उसके पिता सुभाष को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर दूल्हा इंदल, उसके पिता सुभाष, मामा-मामा के बेटे सहित नौ लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया है।
संगम के परिवारीजनों ने बताया कि गांव के सुभाष चौहान के बेटे इंदल चौहान की एक सप्ताह पहले तिलक था। तिलक में संगम भी शामिल हुआ था। खाना खाने के दौरान हाथ धोते समय पानी दूल्हे के मामा पर पड़ गया था। इसको लेकर मारपीट हुई थी। बुधवार की शाम 7 बजे इंदल चौहान की बारात खजनी के उनवल में जा रही थी। परछावन में संगम भी शामिल था। इस दौरान दूल्हे इंदल के मामा और उसके बेटे तथा अन्य लोगों ने तिलक में हुए विवाद की रंजिश में संगम की पिटाई कर दी। इसमें संगम बुरी तरह से घायल हो गया। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
संगम के पिता रामानंद ने सुभाष चौहान, दूल्हे इंदल, दूल्हे की बहन संध्या, निशा, मां भगवंता,मामा रामकुमार चौहान, श्याम सुंदर, बसंत और मोतीलाल के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है। इसके बाद पुलिस ने सभी के खिलाफ हत्या, बलवा और मारपीट का केस दर्ज किया है।
दोनों पक्षों से आधा दर्जन हिरासत में
हत्या की घटना में दूल्हा इंदल चौहान, उसके पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है वहीं संगम पक्ष से भी कुल एक दर्जन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। इसके अलावा घटना में चिन्हित लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
शादी की सालगिरह के दिन हुई संगम की हत्या
संगम की दादी कौशल्या देवी ने बताया कि बीते वर्ष 25 मई को ही संगम की शादी हुई थी। किस्मत का क्रूर मजाक देखिए कि शादी के सालगिरह के दिन ही उसकी हत्या कर दी गई। संगम की पत्नी गर्भवती है। गर्भ के पल रहा बच्चा अभी दुनिया में नहीं आया और सिर से पिता का साया उठ गया।
गांव में तनाव के बीच फोर्स तैनात
जिस घर में तिलक व हल्दी के बाद खुशी-खुशी बारात की विदाई हो रही थी। वहां अब वहा सन्नाटा है। इंदल के चाचा और अन्य लोग घर छोड़कर फरार हैं। वहीं संगम की हत्या के बाद उसके घर में भी मातम पसरा है। रह-रहकर महिलाओं के बिलखने की आवाज आ रही है। गांव में तनाव के बीच फोर्स तैनात है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."