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November 22, 2024 5:13 pm

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भ्रष्टाचार की जांच में भी भ्रष्टाचार ; वन प्रभाग चित्रकूट में बड़ा भ्रष्टाचार, फिर भी जांच अधिकारी प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी को दे गए क्लीन चिट 

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संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट- योगी सरकार 2.0 द्वारा भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं व भ्रष्टाचारियों पर लगाम कसने का काम किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा शासन के निर्देशों का खुला उलंघन करते हुए कार्य किया जा रहा है व भ्रष्टाचारियों को क्लीन चिट दिए जाने का काम किया जा रहा है l

मामला है वन प्रभाग चित्रकूट में प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित द्वारा किए गए फर्जी भुगतान व विकास कार्यों में की गई जांच में अनियमितता का l

वन प्रभाग चित्रकूट में प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित द्वारा पांचों रेंजों में विकास कार्यों के नाम पर अपने चहेते लोगों/ठेकेदारों व फर्मों के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे करोड़ों का भुगतान बिना कार्य कराए किया गया था जिसमें मजदूरों की मजदूरी तक पेटी कांट्रेक्टर के खातों में डालकर सरकारी धन का गबन किया गया था जिसकी शिकायत शिकायत कर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री महोदय, प्रमुख सचिव, वन मंत्री व प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष से की गई थी l

शिकायत कर्ता चंद्रमोहन द्विवेदी जिलाध्यक्ष भारतीय जनता मजदूर ट्रेड यूनियन चित्रकूट, ऋतुराज वर्मा प्रदेश सचिव समाजवादी पार्टी अनूसूचित जाति प्रकोष्ठ व द्रोणाचार्य द्विवेदी जिला उपाध्यक्ष किसान मोर्चा भाजपा चित्रकूट द्वारा की गई थी जिसमें प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष ममता संजीव दुबे द्वारा मामले को संज्ञान में लेते हुए वन प्रभाग चित्रकूट में कराए गए विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण व प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित के द्वारा शासकीय नियमावली के विपरीत किये गए भुगतान की जांच कराकर मुख्य वन संरक्षक बुंदेलखंड जोन उ.प्र. झांसी से रिपोर्ट मांगी गई थी जिसमें मुख्य वन संरक्षक बुंदेलखंड जोन उ.प्र. झांसी द्वारा जांच कमेटी बनाई गई थी जिसमें कर्वी रेंज में 2021/22 में विंभिन्न योजनाओं के तहत कराए गए गड्ढा, बोना नाली, सुरक्षा खाई, थैला भरान व पत्थर वाडी आदि कार्यों की जांच एम पी गौतम उप प्रभागीय वनाधिकारी मऊ रानीपुर, सतीश कुमार उ.क्षे.व., महेंद्र सिंह वन दरोगा व शिवम सिंह वन दरोगा द्वारा किया जाना था वहीं मानिकपुर रेंज के अन्तर्गत वर्ष 2021/22 में विभिन्न योजनाओं के तहत कराए गए गड्ढा, बोना नाली, सुरक्षा खाई, थैला भरान व पत्थर वाडी आदि कार्यों हेतु जांच रेंज के 05 रैंडम स्थल चयन कर जांच करना, रेंज के झरी एन ए एफ सी सी योजना में उपलब्ध बजट को फर्जी श्रमिकों व फर्जी फर्म के नाम से चार्ज करने की जांच, रेंजांतर्गत चूल्ही, झरी, हरिजनपुर, सुखरामपुर, डॉडी, हाता, गुरौला, खदरा, चुरेह केशरुआ गांव के मजदूरों से वन विभाग में कराए गए कार्यों के मजदूरी दर बयान व रेंज के अन्तर्गत फर्जी वाचर चार्ज करने श्यामलाल पांडेय द्वारा पैसा कराए जाने के सम्बंध में जांच सत्यप्रकाश सिंह उप प्रभागीय वनाधिकारी हमीरपुर, ऋषभ मिश्रा वन दरोगा, तौहीद अहमद वन दरोगा व अनूप सिंह वन रक्षक द्वारा की जानी थी वहीं बरगढ़ रेंज के अन्तर्गत वर्ष 2021/22 में विभिन्न योजनाओं के तहत कराए गए गड्ढा, बोना नाली, सुरक्षा खाई, थैला भरान व पत्थर वाडी आदि कार्यों की जांच राकेश कुमार सहायक वन संरक्षक कैमूर वन्य जीव प्रभाग, त्रिभुवन प्रसाद सिंह उ.क्षे.व., अंजनी मिश्रा वन दरोगा व धर्मराज वन दरोगा द्वारा की जानी थी वहीं रैपुरा रेंज के अन्तर्गत वर्ष 2021/22 में विभिन्न योजनाओं के तहत कराए गए गड्ढा, बोना नाली, सुरक्षा खाई, थैला भरान व पत्थर वाडी आदि कार्यों की जांच व रेंज के अगरहुडा बीट में मोरम के अवैध खनन की जांच विवेक यादव उप प्रभागीय वनाधिकारी बांदा, चंद्रप्रकाश उ.क्षे.व. कमलेश यादव वन दरोगा व चन्द्रशेखर वर्मा रक्षक द्वारा की जानी थी वहीं मारकुंडी रेंज के अन्तर्गत वर्ष 2021/22 में विभिन्न योजनाओं के तहत कराए गए गड्ढा, बोना नाली, सुरक्षा खाई, थैला भरान व पत्थर वाडी आदि कार्यों की जांच मनीष कुमार सिंह सहायक वन संरक्षक काशी वन्य जीव प्रभाग, गुरुदेव सिंह वन दरोगा, संदीप वर्मा वन रक्षक व सचिन पांडेय वन रक्षक द्वारा किया जाना था व शिकायत कर्ताओं को साथ में लेकर दिनांक 11,12 व 13 मई 2022 को स्थलीय निरीक्षण करते हुए जांच की जानी थी वहीं प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित के विरुद्ध शिकायत में डॉ शेष नारायण मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव पश्चिमी क्षेत्र उ.प्र. कानपुर द्वारा बनाई गई जांच कमेटी में राकेश सिंह सहायक वन संरक्षक कैमूर वन्य जीव प्रभाग, त्रिभुवन सिंह उप क्षेत्रीय वनाधिकारी कैमूर वन्य जीव प्रभाग, अंजनी मिश्रा वन दरोगा कैमूर वन्य जीव प्रभाग, धर्मराज यादव वन दरोगा कैमूर वन्य जीव प्रभाग, शिवम सिंह वन दरोगा कैमूर वन्य जीव प्रभाग, मनीष कुमार सिंह सहायक वन संरक्षक काशी वन्य जीव प्रभाग, गुरुदेव सिंह वन दरोगा काशी वन्य जीव प्रभाग, सचिन पांडेय वन रक्षक काशी वन्य जीव प्रभाग, संदीप वर्मा वन रक्षक काशी वन्य जीव प्रभाग व चन्द्रशेखर वर्मा वन रक्षक काशी वन्य जीव प्रभाग को जांच कमेटी में शामिल किया गया था यह जांच कमेटी मुख्य वन संरक्षक बुंदेलखंड जोन उ.प्र. झांसी के द्वारा वन प्रभाग चित्रकूट में प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित की जांच के लिए बनाई गई थी व प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित द्वारा किए गए फर्जीवाडे की जांच की जानी थी जिसमें जांच कमेटी वन प्रभाग चित्रकूट में जांच करने तो पहुची लेकिन प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित द्वारा किए गए राजसी स्वागत व परोसे गए लजीज व्यंजनों के चलते जांच कमेटी सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनकर प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित को क्लीन चिट देने का काम किया गया है l

वन प्रभाग चित्रकूट में पांचों रेंजों के विकास कार्यों की जांच व प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की जांच को लेकर जांच कमेटी चित्रकूट पंहुची तो मुख्य वन संरक्षक बुंदेलखंड जोन उ.प्र. झांसी भी वन प्रभाग चित्रकूट पहुंचे जहां पर वन रेंजों में कराए गए विकास कार्यों व प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की जांच की पटकथा प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में ही लिख दी गई थी जिसमें खाली औपचारिकता बांकी थी वह भी जांच कमेटी ने कुछ जगहों पर जांच करते हुए पूरी कर दी व ज्यादातर जगहों पर विकास कार्यों की जांच में मुख्य वन संरक्षक बुंदेलखंड जोन उ.प्र. झांसी मौजूद रहे व प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित मौजूद रहे जिसके कारण जांच कमेटी द्वारा वही रिपोर्ट प्रेषित की गई जो मुख्य वन संरक्षक व प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी चाहते थे व जांच कमेटी द्वारा विकास कार्यों व प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित द्वारा किए गए फर्जीवाड़े में क्लीन चिट देने का काम किया गया l

जबकि जांच कमेटी को शिकायत कर्ताओं को साथ में लेकर जांच करने के आदेश पारित किए गए थे लेकिन जांच कमेटी व प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित द्वारा शिकायत कर्ताओं को बिना जानकारी दिए व बिना साथ लिए ही जांच पूरी कर दी गई l

वहीं शिकायत कर्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्य वन संरक्षक बुंदेलखंड जोन उ.प्र. पी पी सिंह व मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव पश्चिमी क्षेत्र उ.प्र. कानपुर शेष नारायण मिश्रा द्वारा प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित से मिलीभगत करके जांच कमेटी के ऊपर दबाव बनाकर जांच को प्रभावित करने का काम किया गया है l

शिकायत कर्ता द्रोणाचार्य द्विवेदी जिला उपाध्यक्ष किसान मोर्चा भाजपा द्वारा माननीय मुख्यमंत्री, माननीय वन मंत्री व प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष को भेजे गए शिकायती पत्र में बताया गया कि प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित के विरुद्ध गठित जांच कमेटी व मुख्य वन संरक्षक बुंदेलखंड जोन उ.प्र. झांसी व मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव पश्चिमी क्षेत्र उ.प्र. कानपुर द्वारा बिना किसी सूचना के शिकायत कर्ताओं की अनुपस्थिति में मिलीजुली जांच किया है उनकी जांच किसी भी दशा में किसी भी शिकायत कर्ता को स्वीकार नही है l

माननीयों को भेजे गए पत्र में शिकायत कर्ता ने मांग की है कि मुख्य वन संरक्षक बुंदेलखंड जोन उ.प्र. झांसी पी पी सिंह की अध्यक्षता वाली जांच कमेटी को बदलते हुए व प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित को प्रभागीय वनाधिकारी प्रभार से हटाते हुए किसी अन्य कमेटी अथवा भ्रष्टाचार निवारण संगठन (आर्थिक अपराध शाखा अथवा ई डी प्रवर्तन निदेशालय) से जांच कराए जाने की मांग की है वह यह भी मांग की है कि जब तक प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी राजेश कुमार दीक्षित को पद से हटाया नहीं जाता तब तक निष्पक्ष जांच होना संभव नहीं है l

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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