संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- किसानों को खेती के लिए पानी की सुविधाएं उपलब्ध कराने के नाम सिंचाई विभाग द्वारा खूब मनमानी करते हुए सरकारी धन की लूट की जा रही है जहां पर बांधों, टैंको, माइनरो के मरम्मती करण व नहरों की सिल्ट सफाई के नाम पर करोड़ों रुपए का निर्माण कार्य दिखाकर बंदरबाट किया जाता है l
सिंचाई प्रखण्ड प्रथम के अन्तर्गत आने वाले बरूआ बांध की मुख्य नहर व उससे निकलने वाली माइनरो के मरम्मती करण व रख रखाव व सिल्ट सफाई के नाम पर काफी धन खर्च किया जाता है लेकिन सिल्ट सफाई हो या अन्य निर्माण कार्य थोड़ा बहुत कार्य कराकर ठेकेदारों के नाम मनमाने तरीके से भुगतान कर दिया जाता है वहीं ओहन फीडर से निकलने वाली मुख्य नहर व माइनरो के हालात भी ऐसे ही हैं वहीं औंझर बांध, जयवंटी टैंक, हेला टैंक, बराह माफी टैंक, मानिकपुर टैंक व पन्हाई टैंक सहित पयसुनी डाइवर्जन से निकलने वाली मुख्य नहर के हालात ऐसे ही हैं जहां पर थोड़ा बहुत कार्य कराया मनमाने तरीके से भुगतान किया जाता है जिसमें सहायक अभियंताओं की मनमानी खूब देखने को मिलती है व अधिशाषी अभियंता भी इन सहायक अभियंताओं की मनमानी के आगे बौने साबित होते दिखाई देते हैं कई वर्षों से एक ही डिवीजन में तैनात होने के चलते इन्हे फर्जीवाड़ा करके भुगतान करने में महारत हासिल है सिंचाई प्रखण्ड प्रथम में सहायक अभियंताओं की तूती बोलती है जो पिछले कई वर्षों से जिले में तैनात हैं लेकिन पैसे व रसूख के बल पर पुनः जिले से तबादला नहीं हो पा रहा है व वित्तीय वर्ष 2022/23 में फिर से विकास कार्यों के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा करते हुए सरकारी धन का बंदरबाट करने की फिराक में लगे हुए हैं l
वहीं सिंचाई निर्माण खण्ड में भी सहायक अभियंताओं की मनमानी सर चढ़ कर बोल रही है जो फर्जीवाड़ा करते हुए भुगतान कराने में महारत हासिल किए हुए हैं सहायक अभियंता प्रथम, सहायक अभियंता द्वितीय, सहायक अभियंता तृतीय, सहायक अभियंता चतुर्थ व सहायक अभियंता पंचम द्वारा नहरों के नव निर्माण, मरम्मती करण व सिल्ट सफाई के नाम पर घोर धांधली करते हुए सरकारी धन का बंदरबाट किया जा रहा है सिंचाई निर्माण खण्ड में गुंता बांध मुख्य नहर पर सिल्ट सफाई के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा करते हुए लाखों के भुगतान किए गए हैं वहीं रसिन बांध से निकलने वाली दाईं मुख्य नहर व बाई मुख्य नहर सहित गजपति माईनर व महुराई माइनर के नव निर्माण व सिल्ट सफाई के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा करते हुए भुगतान किए जा रहे हैं वहीं अर्जुन सहायक परियोजना में भी इन सहायक अभियंताओं की मनमानी खूब देखने को मिली है जहां पर मनमाने तरीके से फर्जीवाड़ा करते हुए भुगतान किए गए थे व सरकारी धन का मनमाने तरीके से बंदरबाट किया गया था वहीं अधिशाषी अभियंता भी वर्षों से तैनात इन सहायक अभियंताओं की हां में हां मिलाते हुए सहभागिता निभाते हुए नजर आते हैं l
सिंचाई निर्माण खण्ड द्वारा पूर्व में बिना कार्य कराए हुए फर्जी तरीके से करोड़ों रुपए का भुगतान ठेकेदारों के नाम किए गए थे व जमकर फर्जीवाड़ा करते हुए सरकारी धन की लूट की गई थी जिसमे अधिशाषी अभियंता सहित सभी सहायक अभियंताओं ने बड़ा फर्जीवाड़ा करते हुए भुगतान करवाए थे व करोड़ों रुपए का भुगतान करवाकर सरकारी धन की लूट की गई थी l
वहीं अब एक बार फिर से सिंचाई विभाग में बड़ा फर्जीवाड़ा होने की संभावना है जिसमें बारिश के पहले ही सिल्ट सफाई का पैसा फर्जी तरीके से भुगतान कर लिया जाएगा व बांधों, टैंको व नहरों के रखरखाव व मरम्मती करण के नाम पर बड़ा खेल खेलने की तैयारी की जा रही है l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."