सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जोधपुर। राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ शाखा जोधपुर महानगर के न्यायिक कर्मचारियों के चुनाव दिनांक 12 .4. 22 को 1:00 बजे से 4:30 तक जिला न्यायालय परिसर स्थित नजारत शाखा में संपादित किए किए गए।
चुनाव संयोजक विजय नागोरी ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए सोहन राम चौधरी, अशोक सांखला, सागर कुमार, सुरेश सांखला, मुकेश जोशी, एवं अनिल जोशी कुल 6 प्रत्याशियों में कड़ा मुकाबला हुआ।
हुए मतदान में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सागर कुमार को 26 वोट से पराजित किया अनिल जोशी को 145 वोट प्राप्त हुए वही प्रांतीय प्रतिनिधि के 6 पदों हेतु 15 उम्मीदवारों में कड़ा मुकाबला देखा गया जिनमें से अजय सिंह ने 244, दिलीप सेन 190, नाथू सिंह जी 205, अमजद खान 135,राकेश थानवी 165, महेंद्र महूर 135 ,प्रांतीय प्रतिनिधि चुने गए।
जिला न्यायालय परिसर में सुबह से ही कर्मचारियों में उत्साह का माहौल था 5 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद हुए चुनाव में कर्मचारियों का उत्साह देखने लायक था। मतदाताओं की लंबी कतारें थी। पोलिंग 95% रही शाम नियत समय 4:30 बजे तक चुनाव की कतारें में मतदाता खड़े थे जिस पर बाद में पोलिंग बूथ पर पहुंचे। मतदाताओं को मत सुनिश्चित करते हुए उन्हें क्रमानुसार नागौरी ने हस्ताक्षर कर मत अनुमति प्रदान की!
उपस्थित मतदाताओं के लिए जिला न्यायालय के वरिष्ठ मुंसरीमा दिनेश दवे के नेतृत्व में कर्मचारियों के स्नेह भोज की भी व्यवस्था की गई थी। सभी कर्मचारी व अधिकारियों ने इस चुनाव की व्यवस्थाओं को सराहा।
इससे पूर्व सुबह माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमान चंद्रशेखर जी शर्मा ने मतदाता बूथ का निरीक्षण किया व व्यवस्थाओं का जायजा लिया व समस्त उम्मीदवारों को अपनी ओर से शुभकामनाएं प्रेषित की । निर्वाचन संयोजक विजय नागोरी एवं दिनेश दवे ने शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया।
मतदान के लिए अशोक प्रजापत मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं वरुण बोहरा, अश्विनी दाधीच, कविता सोनी, ललित शर्मा सहित किशन लाल गेवा अपर लोक अभियोजक, आनंद खींची राजकीय अधिवक्ता , एडवोकेट सपना, नीता चावला प्राचार्य हैप्पी चाइल्ड स्कूल, ममता चौहान प्रोग्रामर, नीतू गुर्जर, कविता लोहार अजीत तिवारी पृथ्वी चौहान गोकुल सहायक तकनीकी सहायकों की सेवाओं के लिए भी उनको धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."