चुन्नीलाल प्रधान और नौशाद अली की रिपोर्ट
हमीरपुर(उत्तर प्रदेश), अब इसे एक मां की ममता कहा जाए या फिर उसकी शातिर दिमाग की उपज, जिसने उसे एक अपराधी बना दिया। उसने अपने ही बेटे को बचाने के लिए उसके अपहरण की साजिश रच डाली। इसका खुलासा हुआ तो पुलिस भी हैरान रह गई, अब उसके बेटे को घर से ही बरामद कर लिया गया है। ये मामला हमीरपुर के राठ के एक गांव का है, पुलिस ने मां, उसके बेटे समेत परिवार पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू की है।
क्या था मामला : राठ क्षेत्र के गांव में रहने वाले व्यक्ति ने बेटी से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए गांव के हरिओम पर मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने पीडिता के बयान दर्ज किए थे और मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से आरोपित हरिओम रहस्मय ढंग से लापता हो गया था।
उसकी मां सुनीता ने पुलिस से शिकायत करते हुए पीडिता, उसके पिता व भाई समेत परिवार पर मारपीट और अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था और अनहोनी की आशंका जताई थी। पुलिस ने हरिओम की तलाश शुरू कर दी थी और जब वह मिला तो पुलिस भी हैरान रह गई।
राठ सीओ अभय नारायण राय ने बताया कि जांच में मारपीट व अपहरण का मामला झूठा निकला। पुलिस ने अपह्रत युवक को उसी के घर से बरामद किया है।
जांच में पता चला कि अर्चना राजपूत ने ही अपने पति देवेंद्र राजपूत, पुत्र गगन व हरिओम के अलावा अपने भाई प्रमोद के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से बेटे के अपहरण की साजिश रची थी। यह सब उसने अपने पुत्र को बचाने के लिए किया था और उसे घर में छुपा लिया था। अपहरण का झूठा मुकदमा लिखाकर पीडित पक्ष पर दबाव बनाने का प्रयास था, मामले में पीडिता पक्ष की नामजदगी गलत पाई गई है।
उन्होंने बताया कि छेडख़ानी के मामले में पीडिता के बयान व डाक्टरी परीक्षण के आधार पर दुष्कर्म की घटना पाई गई, जिसके आधार पर धाराएं बढ़ाई गई हैं।
मामले में देवेंद्र, अर्चना, हरिओम, गगन के अलावा हरिओम के मामा प्रमोद पुत्र चंद्र प्रकाश निवासी ग्राम बिहुनी खुर्द थाना मुस्करा के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराने, अपहरण, षडय़ंत्र रचने व आरोप छिपाने की रिपोर्ट दर्ज करके जेल भेजा है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."