दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद अंतर्गत हैंडलूमनगरी पिलखुवा में बृहस्पतिवार की सुबह केमिकल की जहरीली गैस की चपेट में आकर दो युवकों की मौत हो गई। मृतक दोनों सगे भाई थे। भाइयों की मौत की सूचना पर एक बहन ने फांसी लगा ली। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।स्वजन में कोहराम मचा है।पुलिस पहुंचकर मामला शांत कराने में जुटी है।
मूलरूप से गढ़मुक्तेश्वर के चित्तौड़ा निवासी शरफू पिछले दस साल से परिवार सहित पिलखुवा स्थित शिवाजी नगर मोहल्ले में किराए के मकान में रहते है। शरफू के दोनों पुत्र नावेद (22 वर्षीय) और असलम (24 वर्षीय) चादर धुलाई का काम करते थे। रोजाना की तरह बृहस्पतिवार सुबह वह न्यू आर्य नगर कालोनी में स्थित फैक्ट्री में धुलाई के लिए चादर लेने गए थे। जैसे ही दोनों भाई छपाई के बाद कमरे में सूख रही चादर निकालने के लिए कमरे में दाखिल हुए तो दोनों बेहोश होकर गिर पड़े।
दरअसल, छपाई के बाद चादर पर कलर पक्का करने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। छपाई के बाद कारीगर चादर को एक कमरे में सूखने के लिए डाल देते है।अधिक समय तक कमरा बंद होने के कारण केमिकल से एलानिन गैस बन जाती है। एलानिन गैस जहरीली गैस की श्रंखला में आती है। नावेद और असलम भी इसी गैस की चपेट में आ गए। काफी देर तक दोनों भाइयों के कमरे से बाहर नहीं आने पर फैक्ट्री में काम कर रहे कारीगर को चिंता हुई और उन्होंने जाकर देखा।
तब तक नावेद और असलम की मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही फैक्ट्री मालिक मौके पर पहुंचा। स्वजन को सूचना दी गई। स्वजन फैक्ट्री पर पहुंचे। इसी बीच भाइयों की मौत की सूचना पर एक बहन ने फांसी लगा ली। पड़ोसियों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
Author: samachar
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