दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर । कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर ACP गोविंद नगर विकास पांडेय के ड्राइवर और गनर के बीच विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि बहस से शुरू हुआ विवाद मारपीट तक पहुंच गया। बीच सड़क पर ही दोनों पुलिसकर्मी भिड़ गए। एक-दूसरे को गिराकर पीटा और जमकर जूता-लात चला। मामले की शिकायत थाने तक पहुंच गई। गनर ने सिपाही के खिलाफ मारपीट की FIR दर्ज करा दी। जानकारी मिलने के बाद पुलिस कमिश्नर ने सोमवार रात दोनों को लाइन हाजिर कर दिया।
जांच में सिपाही बोला- राष्ट्रवाद के मुद्दे पर बोलने पर की मारपीट
ACP गोविंद नगर विकास पांडे ने बताया कि गनर नरेश सिंह और ड्राइवर स्वतंत्र कुमार यादव के बीच होली के दिन मारपीट हो गई थी। मामले की जानकारी मिलने के बाद दोनों से पूछताछ की गई। जांच में सामने आया कि दोनों के बीच कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर बहस शुरू हुई। इसके बाद मामला राष्ट्रवाद तक पहुंच गया। कहासुनी इतनी बढ़ गई कि दोनों में मारपीट होने लगी। दोनों को लाइन हाजिर कर दिया गया था।

गनर की शिकायत पर केस दर्ज
वहीं, नरेश सिंह की शिकायत पर स्वतंत्र कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि, अब पुलिस विभाग में चर्चा है कि अफसरों ने एकतरफा कार्रवाई की। अगर केस दर्ज होना था, तो दोनों तरफ से होना चाहिए था। बताया यह भी जा रहा है कि गनर नरेश सिंह के रिश्तेदार पुलिस विभाग में सीनियर पोस्ट पर हैं। इसलिए उनकी तहरीर पर कार्रवाई हुई। जबकि ड्राइवर स्वतंत्र की तहरीर पर पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि, इस बारे में ACP विकास पांडेय ने कहा कि जिसने पहले तहरीर दी है। उसकी शिकायत दर्ज कर ली गई है। ड्राइवर स्वंतत्र की तहरीर पर भी जांच की जा रही है।
जांच के बाद होगी विभागीय कार्रवाई: कमिश्नर


Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."