रश्मि प्रभा की रिपोर्ट
टिहरी: विकासखंड नरेंद्र नगर की दोगी पट्टी के नोड्डू गांव के लोग विकास से कोसों दूर हैं। आज भी यहां के लोगों को मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जीवन यापन करना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी तब होती जब गांव का कोई शख्स बीमार पड़ जाए। गांव में कोई स्वास्थ्य सुविधा न होने के कारण लोगों को मीलों का सफर पैदल तय करना पड़ता है। वहीं वर्षों से पैदल सफर करना ग्रामीणों की नियति बन गई है। टिहरी के नोड्डू गांव में एक व्यक्ति की अचानक तबीयत खराब हो गई। उस व्यक्ति को ग्रामीणों ने डंडी-कंडी के सहारे कई मिलो की पैदल दूरी तय करने के बाद अस्पताल पहुंचाया।
ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में सड़क की समस्या बनी हुई है। जिसको लेकर शासन प्रशासन गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और सरकार विकास की बात तो करती है, लेकिन विकास कोसों दूर है। उन्होंने कहा कि सड़क के अभाव में आज भी उन्हें मीलों की दूरी पैदल नापनी पड़ती है। यदि कोई व्यक्ति गांव में बीमार भी हो जाता है तो मुख्य समस्या हॉस्पिटल तक पहुंचाने की होती है। ग्रामीण जैसे-तैसी डंडी-कंडी के सहारे बीमार व्यक्ति को हॉस्पिटल तक पहुंचाते हैं। कई बार तो बीमार व्यक्ति रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।
बता दें कि, उत्तराखंड में आज भी कई ऐसे गांव हैं जहां लोगों के पास मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। गांवों तक सड़क तक नहीं पहुंची है, जिस कारण लोगों को दिकक्तों का सामना करना पड़ता है। अगर कोई बीमार पड़ जाए तो उसे ग्रामीण खतरनाक पहाड़ी रास्तों को पार कर अस्पताल पहुंचाते हैं। पहाड़ों से अक्सर ऐसी तस्वीरें सामने आती रही है जहां ग्रामीण डोली, डंडी-कंडी के सहारे मरीजों, गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाते हुए दिखाई देते हैं। शासन-प्रशासन भी ऐसी तस्वीरों को अनदेखा कर देता है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के हालात जस के तस बने हुए हैं।
Author: samachar
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