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18 March 2025 12:24 am

मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं और बालिकाओं को दी गई कानूनी जानकारी

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आजमगढ़ में मिशन शक्ति अभियान (फेज-05) के तहत महिलाओं और बालिकाओं को कानूनी अधिकारों, सुरक्षा उपायों और हेल्पलाइन सेवाओं की जानकारी दी गई। पुलिस ने पाठशाला व चौपाल लगाकर जागरूकता बढ़ाई। जानें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को बढ़ावा देने के लिए मिशन शक्ति अभियान (फेज-05) चलाया जा रहा है। इसी क्रम में, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के निर्देशन में आजमगढ़ जिले में महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।

महिलाओं को दी गई ये महत्वपूर्ण कानूनी जानकारियां

रविवार को जनपद के सभी थानों में गठित मिशन शक्ति टीमों द्वारा महिलाओं और बालिकाओं को उनके कानूनी अधिकारों और सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक किया गया। इस दौरान घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न, पॉक्सो एक्ट, बाल विवाह निषेध और महिला गरिमा से जुड़े प्रमुख अपराधों पर चर्चा की गई।

इसके अलावा, महिला हिंसा से संबंधित शिकायतों के निवारण के लिए विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी भी दी गई:

1. वीमेन पावर लाइन – 1090

2. पुलिस आपातकालीन सेवा – 112

3. सीएम हेल्पलाइन नंबर – 1076

4. चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर – 1098

5. वन स्टॉप सेंटर – 181

6. साइबर हेल्पलाइन नंबर – 1930

7. स्वास्थ्य सेवा हेल्पलाइन नंबर – 102

8. एम्बुलेंस सेवा – 108

9. जनसुनवाई पोर्टल और स्थानीय थाने की हेल्प डेस्क

10. राष्ट्रीय/राज्य महिला आयोग से संपर्क की जानकारी

थानों में लगी ‘पुलिस की पाठशाला’, महिलाओं को किया गया जागरूक

मिशन शक्ति अभियान के तहत जनपद के सभी थानों में ‘पुलिस की पाठशाला’ और चौपालों का आयोजन किया गया। इस दौरान महिला सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और कानून से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। साथ ही, छात्राओं और ग्रामीण महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने और किसी भी समस्या की स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन पर संपर्क करने की सलाह दी गई।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है। मिशन शक्ति टीमों ने जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को उनके अधिकारों और सरकारी सहायता सेवाओं की जानकारी दी, ताकि वे किसी भी तरह की हिंसा या शोषण का मजबूती से सामना कर सकें।

सरकार और पुलिस प्रशासन की यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम साबित हो रही है।

➡️जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट

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