इम्तियाज चिश्ती की रिपोर्ट
दमोह। दमोह में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां सिटी कोतवाली में एक महिला ने थाने जाकर अपने ही ससुर पर बलात्कार जैसे संगीन आरोप लगाए हैं। महिला के आरोप है कि ससुर दो सालों से उसके साथ जबरदस्ती संबंध बनाते आ रहे हैं। पहले पहल कभी कभार ऐसा होता था लेकिन आए दिन उससे शारीरिक प्रताड़ना से गुजरना पड़ता है। महिला का आरोप है कि पति को जब शिकायत की तो उसने भी कहा कि तुम इसी लायक हो…और जब सास को बताया तो उन्होंने कहा कि मेरे पति ऐसा कर ही नहीं सकते…।
पीड़ित महिला के मुताबिक, उसका निकाह 11 जनवरी 2020 को हुआ। शादी के बाद दो महीने सब कुछ ठीक रहा। लेकिन उसके बाद उसके ससुर की नीयत बिगड़ गई और वह उस पर गंदी नजर रखने लगे। लेकिन वह उन्हें अपना पिता मानते हुए सारी हरकतों को नजरअंदाज करती रही। पीड़िता के अनुसार उसके सिर पर घाव हो गया था सास ने दवाई नहीं लगाई तो ससुर ने कहा मैं लगा देता हूं। इस दौरान उन्होंने बहू को इधर-उधर छूना शुरु कर दिया। इतना ही नहीं जब वह किचन में होती तो उसे गलत नियत से आए दिन छूते रहते थे लेकिन जैसे जैसे 1 साल बीता और मेरी पहली बच्ची का जन्म हुआ उसके बाद से तो उन्होंने हद ही कर दी मुझे अकेला जब भी पाया तब भी मेरे साथ बलात्कार किया। मैंने जब अपने पति को इस बारे में बताया तो उन्होंने भी मेरी बात पर कोई गौर नहीं किया उल्टे मेरे साथ ही मारपीट की और ना ही मेरा साथ दिया और कहने लगे घर में रहना है तो यहां ऐसा ही होगा। मेरी शादी के 3 साल हो चुके हैं। मेरी शादी के 1 साल बाद से ही मेरे साथ बलात्कार होता रहा। 2 साल तक मेरे ससुर मेरे साथ बलात्कार करते रहे लेकिन मुझे किसी का साथ ना मिलते देख आज मैंने अपने माता-पिता को बताया और वह मुझे अपने साथ थाने ले आए। जहां पर मैंने अपनी आपबीती बताई।
महिला थाना प्रभारी ने ससुर के खिलाफ बलात्कार एवं अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। ससुर और बहू का रिश्ता पाक साफ होता है। इसे नापाक करने वाले मुलजिम ससुर की यह कहानी समाज में सभी के सामने आनी चाहिए क्योंकि ऐसे दरिंदों को समाज में खुला नहीं छोड़ा जा सकता। आपको बता दें कि कलयुगी ससुर के तीन लड़के थे जिसमें से एक लड़का खत्म हो गया है और दो लड़कों के दो, दो शादी हो चुकी है क्या वजह है कि इन दोनों लड़कों की पहली पहली बीवियां इनको छोड़ कर चली गई बेटे की दूसरी बीवी ने हौसला दिखाया और थाने में रिपोर्ट की तब जाकर इन दरिंदों का चेहरा सामने आया। अगर बेटे की यह दूसरी बीवी भी चुपचाप से घर चली जाती तो इन सफेदपोश दरिंदों के चेहरे से नकाब नहीं उठता और यह फिर किसी मासूम पिता की बच्ची को अपनी बहू बना कर लाते और फिर उसे अपनी हवस का शिकार बनाते ऐसे दरिंदों को समाज में बेपर्दा करना जरूरी है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."