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22 February 2025 12:23 am

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प्रेम, धर्म परिवर्तन और ऑनर किलिंग : दो गांवों की प्रेमकथा, जो बन गई त्रासदी

82 पाठकों ने अब तक पढा

सुशील कुमार मिश्रा के साथ सुशील साहू की रिपोर्ट

बांदा जिले के पैलानी थाना क्षेत्र के सबादा गांव के रहने वाले राहुल वाल्मीकि और महबरा गांव की जकरीन के बीच प्रेम का अंकुर तीन साल पहले यमुना नदी में नाव यात्रा के दौरान फूटा था। यह प्रेम धीरे-धीरे गहरा होता गया, और दोनों एक-दूसरे के और करीब आ गए।

प्रेम की शुरुआत और राहुल का धर्म परिवर्तन

राहुल और जकरीन की पहली मुलाकात अगस्त 2022 में हुई थी, जब राहुल रेलवे की परीक्षा देने लखनऊ जा रहा था। महबरा गांव से यमुना नदी के रास्ते फतेहपुर जाने के दौरान नाव में उनकी बातचीत शुरू हुई और फिर यह प्रेम में बदल गई। इस प्रेम की गहराई इतनी बढ़ी कि राहुल ने जकरीन के कहने पर इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया। उसने कलमा पढ़कर अपना नाम मुर्शिद रख लिया, खतना करा लिया, दाढ़ी रखने लगा और मुस्लिम टोपी पहनने लगा।

परिवार और समाज का विरोध

राहुल के पिता गया प्रसाद और दोनों गांवों के लोगों के अनुसार, जकरीन और उसकी मां हाजरा अक्सर राहुल को अपने घर बुलाती थीं और उसे प्रेम के जाल में बांध लिया था। जब दोनों की शादी की बात चली, तो जकरीन के परिवार के कुछ सदस्यों ने इसका विरोध कर दिया।

राहुल इस बीच अपनी बड़ी बहन मालती के ससुराल गोवा चला गया। इसी दौरान, जकरीन के परिवार ने पांच दिसंबर 2024 को उसकी शादी बांदा शहर के इरफान से कर दी। राहुल को इसकी जानकारी नहीं थी। जब वह चार दिन पहले गांव लौटा, तो उसे इस शादी का पता चला, जिससे वह आहत हो गया।

रहस्यमयी हत्या और ऑनर किलिंग का आरोप

राहुल के पिता गया प्रसाद ने आरोप लगाया कि जकरीन के परिवार ने दोनों की हत्या कर दी है। उनका कहना है कि जकरीन ने खुद राहुल को फोन कर अपने घर बुलाया था, जहां उसके परिवार वालों ने लाठियों से पीटकर राहुल की हत्या कर दी और जकरीन को चाकू मारकर मार डाला।

घटनास्थल और पुलिस जांच

घटना के समय जकरीन के पिता मोहम्मद हुसैन और भाई कैफ मुंबई में थे, जहां वे मिठाई की दुकान में काम करते हैं। महबरा गांव में उनका पक्का मकान और दो बीघा जमीन है।

राहुल के परिवार की स्थिति भी साधारण थी। उसके पिता गया प्रसाद अपनी पट्टे की जमीन पर खेती और मजदूरी कर गुजारा करते थे। राहुल उनके इकलौते पुत्र थे, और उनकी पत्नी का निधन दस साल पहले हो चुका था।

शवों की स्थिति और पोस्टमार्टम रिपोर्ट

पुलिस के अनुसार, जकरीन के शरीर पर चार जगह चाकू के गहरे घाव पाए गए। उसके बाईं कोख, सीने, बाएं हाथ और गले पर गंभीर चोटें थीं। ऐसा प्रतीत होता है कि वार से बचने के लिए उसने चाकू पकड़ने की कोशिश की होगी, जिससे उसके हाथ में भी गहरा घाव आ गया। वहीं, राहुल के शरीर पर लाठी-डंडों के कई चोटों के निशान थे। उसके सीने, पीठ, चेहरे, कान, बाएं पैर में फ्रैक्चर और शरीर पर घसीटने के भी निशान पाए गए।

गांवों में तनाव और पुलिस की सतर्कता

इस दोहरी हत्या के बाद दोनों गांवों में तनाव फैल गया है। एहतियातन पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

यह घटना केवल एक प्रेम प्रसंग की दुखद समाप्ति नहीं है, बल्कि समाज में व्याप्त कट्टरता, धार्मिक मतभेद और ऑनर किलिंग की भयावहता को भी उजागर करती है। यह सवाल उठाता है कि क्या प्रेम की कीमत जान देकर चुकानी होगी? इस मामले की गहराई से जांच आवश्यक है, ताकि दोषियों को सजा मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

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