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11 February 2025 7:00 am

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चंद रुपयों के खातिर बेटी बन गई बाप की बीवी, 10 साल तक उठाती रही पेंशन लेकिन हो गया खेला

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ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। यहां मोसिना परवेज नाम की एक महिला ने सरकारी पेंशन पाने के लिए अपने ही पिता की पत्नी बनकर फर्जीवाड़ा किया और पूरे 10 साल तक पेंशन का लाभ उठाती रही। लेकिन एक दिन जब उसके पति ने ही पुलिस में शिकायत कर दी, तो पूरा मामला उजागर हो गया। अब पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

कैसे हुआ यह फर्जीवाड़ा?

मोसिना परवेज के पिता विजारत उल्ला खान सरकारी कर्मचारी थे और लेखपाल के पद से 1987 में सेवानिवृत्त हुए थे। सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें पेंशन मिलनी शुरू हुई। वर्ष 2013 में उनका निधन हो गया, जबकि उनकी पत्नी शाविया बेगम पहले ही गुजर चुकी थीं। सरकारी नियमों के अनुसार, कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी को आजीवन पेंशन मिलती रहती है।

इसी व्यवस्था का लाभ उठाने के लिए मोसिना परवेज ने एक चाल चली। उसने फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर खुद को अपने पिता की पत्नी के रूप में पेंशन रिकॉर्ड में दर्ज करा दिया। यानी, वह सरकारी कागजों में अपनी ही मां शाविया बेगम बन गई। इस तरह, उसे पेंशन लेने की स्वीकृति मिल गई और उसने हर महीने बिना किसी बाधा के 10,000 रुपये की पेंशन उठाना शुरू कर दिया।

पति ने ही खोल दी पोल

इस पूरे फर्जीवाड़े का पर्दाफाश तब हुआ जब मोसिना परवेज और उसके असली पति के बीच विवाद बढ़ गया। पति को पहले से ही इस धोखाधड़ी के बारे में जानकारी थी, लेकिन आपसी झगड़ों के चलते एक दिन उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी।

पति ने पुलिस को बताया कि जब उसने मोसिना को इस अवैध काम को बंद करने के लिए कहा, तो उसने अपने बच्चों से उसे पिटवाया और घर से बाहर निकाल दिया। इतना ही नहीं, उसने पति को झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी। इससे परेशान होकर पति ने पुलिस से मदद मांगी और पूरी सच्चाई सामने रख दी।

पुलिस जांच में सामने आया सच

शिकायत मिलने के बाद उपजिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने पूरे मामले की जांच करवाई। जांच में यह साफ हो गया कि मोसिना परवेज ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे खुद को अपने पिता की पत्नी घोषित कर पेंशन प्राप्त की है। इसके बाद रजिस्ट्रार कानूनगो राजकपूर ने अलीगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई।

जांच के दौरान यह भी पता चला कि पिछले 10 वर्षों में मोसिना ने कुल 12 लाख रुपये की पेंशन प्राप्त कर ली थी। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की, तो वह काफी समय तक फरार रही, लेकिन अंततः 8 अगस्त को उसे हिरासत में ले लिया गया।

अब आरोपी महिला के खिलाफ शासकीय धन के दुरुपयोग और धोखाधड़ी के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है। यह मामला सरकार के पेंशन सिस्टम में बरती जाने वाली लापरवाही को भी उजागर करता है, जिससे यह संभव हुआ कि एक महिला अपने पिता की पत्नी बनकर इतने लंबे समय तक पेंशन लेती रही।

मुख्य व्यवसाय प्रभारी
Author: मुख्य व्यवसाय प्रभारी

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