अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया, जिले के औद्योगिक विकास एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आज विकास भवन स्थित गांधी सभागार में जिला स्तरीय उद्योग बंधु एवं कानून सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने की। इस अवसर पर जिले के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों से आए उद्यमियों ने अपनी समस्याओं को खुलकर रखा, जिनके शीघ्र समाधान हेतु जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
औद्योगिक क्षेत्रों की समस्याओं पर गंभीर चर्चा
बैठक में राजकीय औद्योगिक आस्थान, देवरिया में भूमि आवंटन को लेकर चर्चा की गई। उद्यमियों ने औद्योगिक क्षेत्र में सफाई व्यवस्था की खामियों को उजागर किया और इस पर तत्काल सुधार की मांग की। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका को निर्देश दिया कि सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए और इस संबंध में आवश्यक कदम उठाए जाएं।
इसके अतिरिक्त, औद्योगिक क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं के विस्तार पर भी चर्चा हुई। इसमें बाउंड्री वॉल, इंटरलॉकिंग सड़कें, मुख्य द्वार और पार्क के सौंदर्यीकरण की आवश्यकता जताई गई। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को इन कार्यों के लिए आवश्यक इस्टीमेट (अनुमानित लागत) तैयार करने का निर्देश दिया। औद्योगिक आस्थान के मूल नक्शे को अपग्रेड करने की मांग पर अधिकारियों ने बताया कि इसका प्रस्ताव आयुक्त एवं निदेशक, उद्योग को भेजा गया है और उनके मार्गदर्शन प्राप्त होते ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
मिनी औद्योगिक आस्थान और अन्य क्षेत्रों की मांगें
मिनी औद्योगिक आस्थान, पथरदेवा में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने का मुद्दा भी बैठक में उठा। अधिकारियों ने जानकारी दी कि इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर आगणन स्वीकृति हेतु भेजा गया है। उद्यमियों ने उसरा बाजार औद्योगिक संस्थान में अग्निशमन केंद्र की स्थापना की मांग भी रखी। इस पर जिलाधिकारी ने अग्निशमन केंद्र की स्थापना के लिए इस्टीमेट तैयार करने का निर्देश दिया।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी और उद्यमी
इस महत्वपूर्ण बैठक में पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर, मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय, पूर्व विधायक एवं उद्यमी रविन्द्र प्रताप मल्ल सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं उद्यमी उपस्थित रहे। सभी ने जिले के औद्योगिक विकास और कानून-व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने पर अपने सुझाव रखे।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उद्यमियों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाए और जिले में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।