ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
शाहजहांपुर जिले में एक भयानक सड़क हादसे ने छह परिवारों को अंधेरे में धकेल दिया। शादी समारोह से लौटते वक्त हुए इस हादसे में छह युवकों की मौत हो गई। इन मौतों ने तीन गांवों को गहरे शोक में डाल दिया है। घटना की भीषणता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टक्कर की तेज आवाज सुनकर ग्रामीणों की नींद टूट गई और वे मदद के लिए दौड़ पड़े।
शादी में शामिल होने गए थे छह दोस्त
कटियुली गांव निवासी बलवीर सिंह के बेटे सुमित की शादी थी। शादी में जाने के लिए उसके छह दोस्तों ने बरात के साथ न जाकर एक निजी वाहन से जाने की योजना बनाई। इनमें दहेना गांव निवासी राहुल के पास कार थी, जिसे वह खुद चला रहा था। सभी दोस्त मौज-मस्ती करते हुए शादी में पहुंचे और समारोह में खाना खाने के बाद देर रात वापस लौट रहे थे। ठंड के कारण सभी जल्दी घर पहुंचना चाहते थे, लेकिन तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर सामने से आ रहे कंटेनर से टकरा गई।
ग्रामीणों ने किया बचाने का प्रयास
टक्कर इतनी जोरदार थी कि पास के गांव कटियुली और ढाबे पर मौजूद लोग आवाज सुनकर दौड़े। ग्रामीणों ने मशक्कत कर सभी को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। सभी को एंबुलेंस से राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने छह दोस्तों को मृत घोषित कर दिया।
आकाश: दो साल में छिन गई खुशियां
गोरा गांव निवासी भंवरपाल के बेटे आकाश की शादी दो साल पहले आरती से हुई थी। उनके घर में आठ महीने पहले ही बेटे का जन्म हुआ था। लेकिन शुक्रवार रात इस हादसे ने उनकी हंसती-खेलती जिंदगी खत्म कर दी। आकाश की मौत की खबर सुनकर उसकी मां मधु और अविवाहित बहन सहजल बार-बार बेहोश हो रही थीं। मधु बार-बार रोते हुए कह रही थी, “भगवान, हमने क्या बिगाड़ा था जो यह सजा मिली।”
विनय शर्मा: शादी का सपना अधूरा रह गया
दिनेश कुमार के इकलौते बेटे विनय शर्मा की शादी की तैयारियां चल रही थीं। परिवार उसकी शादी के लिए लड़की तलाश रहा था। विनय खेतीबाड़ी में अपने पिता का सहारा था। उसकी मौत से मां मीना देवी की आंखों के आंसू थम नहीं रहे थे। वह बार-बार कहती रहीं, “बेटे के सिर पर सेहरा देखने का सपना अधूरा रह गया।”
आर्यन: जल्दी लौटने का वादा अधूरा
पांच भाइयों में दूसरे नंबर का आर्यन शादी में जाने से पहले मां मनोरमा से जल्दी लौटने का वादा करके निकला था। मां ने ठंड और कोहरे की चिंता जताई थी। लेकिन देर रात उसकी मौत की खबर घर पहुंची तो परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। आर्यन के पीछे उसके चार भाई और पिता रह गए हैं।
मोहित: परिवार का सबसे छोटा लाडला
12वीं तक पढ़ाई कर चुका मोहित अपने परिवार का सबसे छोटा सदस्य और सबका लाडला था। हादसे के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह बच नहीं सका। उसकी मौत से उसकी मां विमला देवी और भाई-बहन का रो-रोकर बुरा हाल है।
रजत: छह महीने पहले हुई थी शादी
टिंगरी गांव निवासी रजत की छह महीने पहले ही शादी हुई थी। शादी के बाद परिवार में खुशी लौटी थी, लेकिन इस हादसे ने परिवार को फिर से शोक में डुबो दिया। रजत की मां का एक साल पहले कैंसर के कारण निधन हो चुका था। अब रजत की मौत ने परिवार को बेसहारा कर दिया।
पुलिस जांच जारी
इस भीषण हादसे की खबर के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। दुर्घटना का कारण कार की तेज रफ्तार और अनियंत्रित स्थिति को बताया जा रहा है। इस दर्दनाक हादसे ने छह घरों के चिराग बुझा दिए और तीन गांवों को मातम में डुबो दिया।
गांवों में छाया मातम
इस हादसे के बाद कटियुली, गोरा और टिंगरी गांवों में मातम पसरा हुआ है। मृतकों के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। यह हादसा तेज रफ्तार और लापरवाही का परिणाम है, जिसने कई परिवारों को असहनीय दर्द दिया है।