अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
बलरामपुर। जिले में फर्जी भुगतान के माध्यम से ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह फर्जी पेमेंट ऐप के जरिए दुकानदारों और व्यापारियों को निशाना बना रहा था। इस मामले में पुलिस ने ठगों के पास से हथियार, मोबाइल फोन, और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया है।
तीन घटनाओं ने खोली गिरोह की पोल
पहली घटना में, विकास गुप्ता पुत्र शिव कुमार गुप्ता निवासी सुभाषनगर, उतरौला, के साथ धोखाधड़ी हुई। आरोपियों में से एक ने उनकी दुकान पर जैकेट खरीदी और पेमेंट के नाम पर फर्जी स्क्रीनशॉट दिखाकर फरार हो गया।
दूसरी घटना महेश पासवान पुत्र मोतीलाल पासवान निवासी लालिया थाना क्षेत्र के साथ हुई। बैटरी खरीदने के बाद ठगों ने ₹14,000 का फर्जी पेमेंट मैसेज दिखाया और भाग निकले। इन घटनाओं के बाद पीड़ितों ने संबंधित थानों में शिकायत दर्ज कराई।
गिरफ्तारी के लिए एसओजी और सर्विलांस टीम तैनात
एसपी विकास कुमार ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसओजी और सर्विलांस टीम को सक्रिय किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक नम्रिता श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम ने फुलवरिया बाइपास रोड के नरकटिया मोड़ से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार ठग और बरामद सामान
गिरफ्तार ठगों की पहचान चंद्र प्रकाश यादव उर्फ राजन यादव, पंकज यादव, प्रियांशु गुप्ता और राजेश श्रीवास्तव के रूप में हुई।
पुलिस ने इनके पास से एक पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, एक कट्टा, एक एटीएम कार्ड, तीन एंड्रॉयड मोबाइल, एक कीपैड फोन और ठगी में इस्तेमाल की गई एक स्विफ्ट कार बरामद की।
फर्जी ऐप से करते थे ठगी
पूछताछ में चंद्र प्रकाश यादव ने खुलासा किया कि वे फर्जी फोन पे ऐप का इस्तेमाल कर दुकानदारों और पेट्रोल पंप कर्मचारियों को धोखा देते थे। ऐप से फर्जी भुगतान का स्क्रीनशॉट दिखाकर आरोपी सामान लेकर फरार हो जाते थे। ठगी के दौरान वे कार के असली नंबर प्लेट को काले टेप से छिपा देते थे ताकि उनकी पहचान न हो सके।
ठगों की गिरफ्तारी में पुलिस टीम का सराहनीय योगदान
एसपी ने बताया कि इस गिरोह को पकड़ने में कोतवाली देहात के प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश कुमार सिंह, अपर निरीक्षक विजय कुमार यादव, एसओजी प्रभारी सुधीर कुमार सिंह, सर्विलांस प्रभारी उपनिरीक्षक कर्मवीर सिंह और उनकी टीम का विशेष योगदान रहा।
पुलिस की सतर्कता से बड़ा खुलासा
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सतर्कता से गिरोह का पर्दाफाश हुआ। यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। पुलिस ने आम जनता से सतर्क रहने और ऐसे मामलों की तुरंत सूचना देने की अपील की है।