कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती ने अपने 69वें जन्मदिन के मौके पर बुधवार को लखनऊ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने दिल्ली में नौकरी और रोटी-रोजगार के लिए बसे उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों से अपील की कि वे मतदान करते समय इस बात को याद रखें कि कोरोना महामारी के दौरान उनके साथ किस तरह सौतेला व्यवहार किया गया था।
मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है और इस बार बसपा अकेले चुनाव लड़ रही है। उन्होंने दावा किया कि यदि चुनाव निष्पक्ष तरीके से हुए तो बसपा का प्रदर्शन चौंकाने वाला होगा।
‘कोरोना काल में हुआ था सौतेला व्यवहार’
मायावती ने कोरोना महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश और बिहार से दिल्ली गए प्रवासी मजदूरों और झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीब तबकों के साथ किए गए व्यवहार को मुद्दा बनाते हुए कहा, “दिल्ली में बड़े पैमाने पर झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग रहते हैं। लेकिन कोरोना काल में उनके साथ जितना बुरा व्यवहार हुआ, वह किसी से छिपा नहीं है।” उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव इन लोगों के लिए एक अवसर है कि वे सोच-समझकर मतदान करें।
‘वादे तो किए, लेकिन निभाए नहीं’
मायावती ने कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधते हुए कहा कि ये पार्टियां सत्ता में रहने के बावजूद अपने वादे पूरे नहीं कर पाईं। उन्होंने कहा, “चुनाव के दौरान ये दल हर बार लुभावने वादे और गारंटियां देते हैं। लेकिन सत्ता में आने के बाद उनके वादे सिर्फ कागजों पर ही रह जाते हैं।”
‘इंडिया गठबंधन का कोई भविष्य नहीं’
विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (INDIA) पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि यह गठबंधन स्वार्थ के लिए बना है, जनता के लिए नहीं। उन्होंने कहा, “भाजपा के विकल्प के रूप में बसपा ही एकमात्र पार्टी है। ‘इंडिया’ का उत्तर प्रदेश और देश में कोई भविष्य नहीं है।”
दलित, ओबीसी और एससी-एसटी के अधिकारों का मुद्दा
मायावती ने अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण और अधिकारों का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस अब सही समय आने पर आरक्षण को पूरी तरह खत्म करने की कोशिश में है। इनके नेताओं का दलितों के प्रति दिखावटी प्रेम और नाटकबाजी किसी से छिपी नहीं है।”
भाजपा पर तीखा प्रहार
भाजपा पर तीखा हमला करते हुए मायावती ने कहा, “जिस तरह कांग्रेस ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अनुयायियों की उपेक्षा की, उसी तरह भाजपा भी जातिवादी सोच और द्वेष के तहत काम कर रही है। संसद में बाबा साहेब का अपमान करने वाले भाजपा मंत्री ने आज तक माफी तक नहीं मांगी। यह दलितों और पिछड़े वर्गों के लिए भाजपा के असली रवैये को दर्शाता है।”
कार्यकर्ताओं को किया सतर्क
मायावती ने बसपा कार्यकर्ताओं को आगाह करते हुए कहा कि अन्य पार्टियां बसपा के दलित वोटबैंक को कमजोर करने की साजिश कर रही हैं। उन्होंने कहा, “कांग्रेस, भाजपा, सपा और अन्य जातिवादी दल हर दिन नए हथकंडे अपनाकर बसपा को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं को इन साजिशों से सावधान रहना होगा।”
नेताओं ने दी शुभकामनाएं
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव समेत कई नेताओं ने मायावती को उनके जन्मदिन पर बधाई दी। योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई। प्रभु श्रीराम से आपके दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना है।”
बसपा प्रमुख की नई पुस्तक का विमोचन
अपने जन्मदिन के अवसर पर मायावती ने एक पुस्तक का भी विमोचन किया। इस पुस्तक में उनके विचारों और राजनीतिक दृष्टिकोण को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है।
मायावती का यह बयान और दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर उनके दावे आने वाले दिनों में सियासी हलकों में चर्चा का विषय बन सकते हैं।