वल्लभ लखेश्री की रिपोर्ट
राजस्थान सरकार द्वारा राज्य कर्मचारियों के लिए “आरजीएचएस” (राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम) लागू की गई है। इस योजना के तहत कर्मचारियों के मासिक वेतन से स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के लिए राशि की कटौती की जाती है और बदले में उन्हें निशुल्क चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।
हालांकि, नगर परिषद फलोदी के सफाई कर्मचारियों को इस योजना में शामिल नहीं किया गया है। यह निर्णय कर्मचारियों के साथ बड़ा अन्याय है। सफाई कार्य की प्रकृति अत्यंत चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरी होती है। सफाई कर्मियों को ऐसे कार्य करने पड़ते हैं जो गंदे और दूषित माहौल में होते हैं। परिणामस्वरूप, इन कर्मचारियों का शारीरिक स्वास्थ्य गंभीर रूप से प्रभावित होता है, और कई कर्मचारी अपने कार्यकाल के दौरान टीबी, कैंसर, हृदय रोग और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।
पूर्व सदस्य, राजस्थान समाज कल्याण बोर्ड, श्रीमती कंचन लखेश्री ने इस गंभीर मुद्दे को लेकर संबंधित विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा है। उन्होंने मांग की है कि सफाई कर्मचारियों को तुरंत “आरजीएचएस” योजना के अंतर्गत शामिल किया जाए। उन्होंने बताया कि इन कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर होती है कि वे महंगे इलाज का खर्च वहन नहीं कर सकते।
श्रीमती लखेश्री ने इस ओर ध्यान दिलाया कि सफाई कर्मचारियों की कार्य परिस्थितियां उन्हें जानलेवा बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाती हैं। कई बार इन बीमारियों के कारण उनकी समय से पहले मृत्यु हो जाती है। इसलिए, सरकार का यह दायित्व बनता है कि वह सफाई कर्मचारियों को स्वास्थ्य योजना में पंजीकृत कर उनके जीवन और स्वास्थ्य की रक्षा करे।
यह आवश्यक है कि राज्य सरकार जल्द से जल्द कदम उठाते हुए इन कर्मियों को योजना का लाभ प्रदान करे और उनके स्वस्थ जीवन का अधिकार सुनिश्चित करे। इससे न केवल उनके जीवन को सुरक्षा मिलेगी बल्कि सरकार अपने सामाजिक और नैतिक दायित्वों का भी पालन कर सकेगी।