संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट
बांदा: बुंदेलखंड क्षेत्र में बारिश के मौसम में आवागमन के दौरान होने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में 23 लघु पुलों के निर्माण को मंजूरी दी गई है। इन पुलों के निर्माण पर कुल 47 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें से 35 करोड़ रुपये की धनराशि शासन स्तर से स्वीकृत हो चुकी है। ये पुल चित्रकूट मंडल और झांसी मंडल के 23 प्रमुख मार्गों पर बनाए जाएंगे।
चित्रकूट मंडल में 11 और झांसी मंडल में 12 पुलों का निर्माण प्रस्तावित है। इनमें बांदा जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों – सदर, तिंदवारी, नरैनी और बबेरू में 9 पुलों का निर्माण शामिल है। इन पुलों पर 22 करोड़ रुपये की लागत आएगी और यह निर्माण लगभग आठ लाख की आबादी को राहत प्रदान करेगा। खासकर बारिश के मौसम में उफनती नदियों और रपटों से होने वाली समस्याओं को कम करने में ये पुल बेहद कारगर साबित होंगे।
बांदा के प्रमुख पुलों का विवरण
सदर विधानसभा
खुरहंड से स्योढ़ा घाट (एमपी सीमा): इस मार्ग पर 1.71 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण होगा, जिससे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच आवागमन सुगम हो सकेगा।
इलाहाबाद बैंक से रोडवेज मार्ग: यहां 0.21 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण किया जाएगा।
तिंदवारी विधानसभा
बांदा-बहराइच मार्ग (चहितारा पचुल्ला): इस मार्ग पर 9.06 करोड़ रुपये की लागत से एक महत्वपूर्ण पुल बनाया जाएगा।
नरैनी विधानसभा
नेढुवा संपर्क मार्ग: इस मार्ग पर 2.04 करोड़ रुपये की लागत से पुल निर्माण का कार्य होगा।
बांदा-बिसंडा-ओरन मार्ग: इस पुल के निर्माण पर 1.74 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बबेरू विधानसभा
बबेरू-तिंदवारी-सुमेरपुर मार्ग: इस मार्ग पर दो पुलों का निर्माण किया जाएगा। इनमें एक पुल पर 3.92 करोड़ रुपये और दूसरे पर 0.96 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
अतर्रा-ओरन-कमासिन मार्ग: इस मार्ग पर 0.82 करोड़ रुपये की लागत से पुल बनाया जाएगा।
आवागमन को मिलेगा बड़ा लाभ
इन पुलों के निर्माण से क्षेत्र में न केवल लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि यह आसपास के इलाकों के विकास में भी सहायक होगा। विशेष रूप से खुरहंड-स्योढ़ा घाट मार्ग पर बनने वाला पुल उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच यातायात को सरल और सुगम बनाएगा।
जनप्रतिनिधियों का बयान
सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने कहा कि क्षेत्र के आवागमन से जुड़ी समस्याओं को लेकर लंबे समय से पुल निर्माण के प्रस्ताव भेजे जा रहे थे। अब शासन स्तर से मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा।
वहीं, जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद ने कहा कि ये पुल बुंदेलखंड क्षेत्र की आवागमन समस्याओं को हल करने में मील का पत्थर साबित होंगे।
इस पहल से बुंदेलखंड क्षेत्र में विकास को नई गति मिलेगी और आमजन की जीवनशैली में सुधार आएगा। शासन द्वारा दी गई इस राहत के लिए स्थानीय नागरिकों में उत्साह है। उम्मीद है कि ये पुल न केवल क्षेत्रीय समस्याओं को हल करेंगे, बल्कि प्रदेश की प्रगति में भी अहम भूमिका निभाएंगे।