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10 January 2025 5:11 am

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स्टील प्लांट हादसा: दो मजदूर घायल, राहत और बचाव कार्य जारी, पैदा हो रहे हैं कई सवाल

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हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में गुरुवार को एक औद्योगिक दुर्घटना में स्टील प्लांट के अंदर काम कर रहे दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा जिले के सारागांव क्षेत्र में स्थित स्मेल्टर प्लांट में दोपहर लगभग 2 बजे हुआ। घटना के बाद घायल मजदूरों को तत्काल बिलासपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि अन्य मजदूरों की सुरक्षा को लेकर चिंता बनी हुई है।

कैसे हुआ हादसा?

पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के अनुसार, यह हादसा प्लांट के अंदर लोहे की एक संरचना (लो) के गिरने से हुआ। इस संरचना का उपयोग थोक सामग्री को खंडित करने के लिए किया जाता है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, कुछ मजदूर इस संरचना के नीचे फंस गए थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने भूस्खलन और बचाव अभियान शुरू कर दिया।

प्रशासन की तत्परता

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की है और राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, “हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि फंसे हुए लोग सुरक्षित रहें और घायल मजदूर जल्द स्वस्थ हो जाएं।”

प्लांट में हुए हादसे की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत मौके पर भेजा गया। राहत और बचाव कार्य के लिए विशेषज्ञों की टीम को तैनात किया गया है।

भविष्य की योजनाएं और सतर्कता

प्रशासन ने इस घटना से संबंधित सभी जरूरी कदम उठाने का वादा किया है। प्राथमिकता के तौर पर मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए विशेष उपाय किए जाने की योजना बनाई जा रही है।

घटना ने असम की त्रासदी की याद दिलाई

छत्तीसगढ़ की इस औद्योगिक दुर्घटना ने असम के दीमा हसाओ जिले के उमरांगसो में हुई हालिया घटना की याद ताजा कर दी है। कुछ दिन पहले कोयला खदानों में पानी भर जाने के कारण नौ मजदूर फंस गए थे। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि फंसे मजदूरों को बचाने के लिए संयुक्त सेना, असम राइफल्स और इंजीनियर्स टास्क फोर्स की मदद ली जा रही है।

औद्योगिक स्थलों पर सुरक्षा उपायों की कमी के कारण बार-बार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि मजदूरों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना कितना आवश्यक है। सरकार और प्रशासन को इन मामलों में दीर्घकालिक समाधान निकालने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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