चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में जिओ फाइबर के मैनेजर अभिनव भारद्वाज के अपहरण का मामला हाल ही में सुर्खियों में रहा। अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त होकर अभिनव ने अपनी दर्दनाक कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि कैसे अपहरणकर्ताओं ने उन्हें बंधक बनाकर अमानवीय यातनाएं दीं और उनके जीवन को खतरे में डाल दिया।
अपरहण और यातना की शुरुआत
1 जनवरी को, अभिनव सिकंद्राराऊ में अपने काम के सिलसिले में गए थे। वहां अपने काम पूरे करने के बाद, उन्होंने अपने सहकर्मियों के साथ एक होटल में पार्टी की। शाम करीब 7 बजे, एक सहकर्मी ने उन्हें सिकंद्राराऊ के पंत चौराहे पर छोड़ा। इस दौरान, उन्होंने वाइन की दुकान के पास कुछ खरीदारी की और पानी पिया।
अभिनव का कहना है कि उसी पानी में नशीला पदार्थ मिलाया गया था। पानी पीने के बाद वह अचेत हो गए। इसी स्थिति का फायदा उठाते हुए अपहरणकर्ताओं ने उन्हें टेंपो से उतारा और अपनी स्विफ्ट कार में डाल लिया।
अल्मोड़ा में बंदी बनाकर यातनाएँ
अपहरणकर्ता अभिनव को कार में डालकर अल्मोड़ा ले गए। वहां एक मकान में उन्हें बंद कर दिया गया। अपहरणकर्ताओं ने उनके साथ क्रूरता की हदें पार कर दीं।
शारीरिक यातनाएँ:
उन्हें प्लास्टिक के पाइप और पिस्टल की बटों से पीटा गया।
शराब का सेवन:
जबरदस्ती उन्हें इतनी शराब पिलाई गई कि वे पूरी तरह से होश में नहीं आ पाए।
मौत की धमकी:
अपहरणकर्ता उन्हें लगातार डराते रहे और कहा कि पैसे वसूलने के बाद उन्हें मार देंगे।
एफआईआर दर्ज न कराने की धमकी:
जबरन उनके बच्चे की कसम खिलाकर एफआईआर न दर्ज कराने का दबाव डाला गया।
हाथरस पुलिस की तत्परता ने बचाई जान
अभिनव भारद्वाज ने बताया कि अगर हाथरस पुलिस समय पर न पहुँचती, तो अपहरणकर्ता उनकी जान ले लेते। पुलिस ने समय रहते घटनास्थल पर पहुँचकर अभिनव को बचा लिया। इसके साथ ही पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के तीन साथियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
परिवार में खुशी और पुलिस के प्रति आभार
चंगुल से मुक्त होकर जब अभिनव अपने घर पहुँचे, तो उनके परिवार वालों ने राहत की साँस ली। घर में खुशी का माहौल था। अभिनव ने अपनी जान बचाने के लिए हाथरस पुलिस का दिल से शुक्रिया अदा किया।
अपराधियों की साजिश का पर्दाफाश
अभिनव के अनुसार, यह साजिश पहले से ही रची गई थी। अपहरणकर्ताओं ने घात लगाकर हमला किया और योजनाबद्ध तरीके से उन्हें अगवा किया। पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए अपराधियों को पकड़ लिया, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह घटना न केवल मानवता को शर्मसार करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अपराधियों के इरादे कितने खतरनाक हो सकते हैं। हाथरस पुलिस की तत्परता और साहस से अभिनव की जान बच पाई, जो एक सराहनीय कदम है। यह मामला सभी को सतर्क रहने और संदिग्ध परिस्थितियों में सतर्कता बरतने का संदेश देता है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."