संतोष कुमार सोनी के साथ धर्मेन्द्र की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में शादी के नाम पर ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस गिरोह की सरगना 24 साल की एक महिला है, जो अब तक 6 लोगों से शादी कर ठगी कर चुकी है। वह सातवें व्यक्ति को अपना शिकार बनाने की तैयारी कर रही थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
कैसे हुआ मामला उजागर?
बांदा के एक व्यक्ति ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंकुर अग्रवाल को शिकायत दी थी कि एक गिरोह शादी का झांसा देकर लोगों को ठग रहा है। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लुटेरी दुल्हन और उसके गिरोह के अन्य पांच सदस्यों को हिरासत में लिया। पूछताछ में जो जानकारी सामने आई, उसने पुलिस को भी चौंका दिया।
ठगी का तरीका
गिरोह का निशाना ऐसे लोग होते थे, जो किसी कारणवश शादी नहीं कर पा रहे थे। गिरोह के सदस्य शादी की प्रक्रिया को वास्तविक दिखाने के लिए स्टाम्प पेपर या नोटरी पर लिखापढ़ी कराते थे। इसके बाद शादी की सभी रस्में पूरी की जाती थीं। लड़की की विदाई कराकर उसे ससुराल भेजा जाता था। लेकिन कुछ दिनों के भीतर, वह ससुराल से सारे कीमती सामान और नकदी लेकर फरार हो जाती थी।
गिरफ्तार आरोपियों की भूमिका
पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शिवराज ने बताया कि इस गिरोह में कुल छह लोग शामिल थे। इनमें 24 साल की महिला लुटेरी दुल्हन बनती थी, जबकि दूसरी महिला उसकी मां की भूमिका निभाती थी। अन्य आरोपी शादी के लिए संपर्क करने और योजना को अंजाम तक पहुंचाने में मदद करते थे।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने गिरोह के सभी छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। उनसे पूछताछ जारी है, और गिरोह द्वारा की गई ठगी के अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जागरूकता की आवश्यकता
यह घटना उन लोगों के लिए एक चेतावनी है, जो शादी के लिए जल्दबाजी में फैसले लेते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे शादी से पहले हर जानकारी की पुष्टि करें और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें।
बांदा में हुई इस घटना ने शादी के नाम पर हो रही ठगी के एक खतरनाक रूप को उजागर किया है। पुलिस की तत्परता से न केवल एक और ठगी रोकी गई बल्कि इस गिरोह का भंडाफोड़ कर समाज को एक बड़ी राहत दी गई।