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25 December 2024 10:43 pm

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विधवा के मकान में रहते थे तीन लडके जो जेबों में नोटों की गड्डियां लेकर घूमते थे, असलियत जानकर पुलिस के भी उड़ गए तोते

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चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में नकली नोट छापने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह का मुख्य सरगना आदिल है, जो खुद को एक प्रेस फोटोग्राफर बताता था। पुलिस ने उसे रंगे हाथों नकली नोट छापते हुए गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान आदिल ने अपने दो अन्य साथियों मोहम्मद नाजिम और शबाब अख्तर उर्फ राहुल का नाम उजागर किया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया।

कैसे हुआ पर्दाफाश?

यह मामला मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र के जयंतीपुर इलाके का है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में नकली नोट छापे जा रहे हैं। मझोला थाना प्रभारी मोहित चौधरी की टीम ने रविवार को जयंतीपुर में छापा मारा। यह छापा एक विधवा महिला के मकान पर मारा गया, जिसे आरोपी किराए पर लेकर अपना धंधा चला रहे थे। मौके पर पुलिस को 2.74 लाख रुपये के नकली नोट बरामद हुए। साथ ही, नकली नोट छापने का सारा सामान, जैसे प्रिंटर, स्कैनर, कटर, चमकीले टेप और अन्य सामग्री भी जब्त की गई।

फर्जी’ वेब सीरीज और फिल्म से प्रेरणा लेकर बना अपराधी

पुलिस जांच में पता चला कि आदिल ने नकली नोट छापने का आइडिया शाहिद कपूर की चर्चित वेब सीरीज फर्जी और इसी विषय पर बनी अन्य फिल्मों से लिया था। दसवीं तक पढ़ा आदिल प्रिंटर की मदद से हूबहू असली नोटों जैसी नकली करेंसी बनाने लगा। उसने अपने दोस्तों नाजिम और शबाब अख्तर को भी इस काम में शामिल कर लिया।

आदिल खुद नकली नोट छापता था, जबकि उसके साथी बाजार में इन्हें खपाने का काम करते थे। अब तक यह गिरोह 5 लाख रुपये के नकली नोट छाप चुका है, जिसमें से 3 लाख रुपये बाजार में सप्लाई किए जा चुके हैं।

प्रेस फोटोग्राफर बनकर छिपा रहा काला धंधा

पुलिस के अनुसार, आदिल ने अपने अवैध कार्यों को छिपाने के लिए प्रेस फोटोग्राफर का चोला पहन लिया। वह स्थानीय अखबारों के लिए काम करने लगा, जिससे किसी को उसके अपराध पर शक न हो। इस दौरान उसने इलाके में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश की।

कैसे फंसा पुलिस के जाल में?

पुलिस ने आदिल को पकड़ने के लिए एक ग्राहक बनकर उससे संपर्क किया। जब आदिल को विश्वास हो गया कि ग्राहक असली है, तो उसने एक लाख रुपये के नकली नोट छापकर देने की डील की। रविवार को पुलिस ने मौके पर छापा मारा और आदिल को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

क्या-क्या बरामद हुआ?

पुलिस ने मौके से कुल 2.74 लाख रुपये की नकली करेंसी, 13 प्रिंटेड शीट, 3500 रुपये नकद (असली), तीन मोबाइल फोन, एक प्रिंटर, एक स्कैनर मशीन, चार कागज कटर, और अन्य सामग्री बरामद की।

पुलिस का बयान

मुरादाबाद के एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि आदिल बेहद शातिर दिमाग का व्यक्ति है। उसने अपने घर से मात्र 500 मीटर की दूरी पर इस अवैध धंधे को अंजाम दिया। यह विधवा महिला के घर का उपयोग करता था, जिससे किसी को उस पर शक न हो। 

पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

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