हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की आरक्षण प्रक्रिया को अचानक स्थगित किए जाने के बाद राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि सरकार आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में हार के डर से चुनाव प्रक्रिया को जानबूझकर टालने की कोशिश कर रही है।
धान खरीदी में अव्यवस्था और बढ़ता जनाक्रोश
दीपक बैज ने आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार धान खरीदी की प्रक्रिया में अव्यवस्थाओं से जूझ रही है। उन्होंने टोकन वितरण में गड़बड़ी, बारदानों की कमी, तौल प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और परिवहन एवं मिलिंग की व्यवस्था न होने की वजह से किसानों को हो रही परेशानी का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में किसानों के बीच भाजपा सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है और सरकार इन मुद्दों से बचने के लिए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को टाल रही है।
भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही
दीपक बैज ने जल जीवन मिशन और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अपात्र ठेकेदारों को टेंडर दिए गए हैं और फर्जी दस्तावेजों के सहारे अपने चहेते ठेकेदारों को काम बांटा जा रहा है। यहां तक कि भाजपा के ही विधायक इन घोटालों की शिकायत कर रहे हैं। बैज ने पीडब्ल्यूडी विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना टेंडर, बिना स्वीकृति और बिना वर्क ऑर्डर के ही काम कराए जा रहे हैं, और बाद में उन्हीं ठेकेदारों को ठेके दिए जाते हैं।
स्थानीय निकाय चुनाव से बचने का आरोप
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों और कामकाज से जनता नाखुश है। एक साल के भीतर ही सरकार की लोकप्रियता घट चुकी है, और इसी डर के कारण सरकार स्थानीय निकाय चुनावों से भाग रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को हार का भय है, इसलिए वह किसी न किसी बहाने चुनाव को स्थगित कर रही है।
संवैधानिक संकट की स्थिति
दीपक बैज ने कहा कि चुनावों में देरी की वजह से प्रदेश में संवैधानिक संकट उत्पन्न हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार को छह महीने पहले ही चुनाव की तैयारियां पूरी कर लेनी चाहिए थीं। लेकिन अब, जब कार्यकाल समाप्त होने का समय नजदीक है, सरकार आरक्षण प्रक्रिया तक पूरी नहीं कर पा रही है। उन्होंने याद दिलाया कि पहले नगरीय निकाय चुनावों को छह महीने तक टाला गया और अब पंचायत चुनाव की प्रक्रिया में भी बाधा डाली जा रही है।
लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन
दीपक बैज ने कहा कि हर पांच साल में मतदाताओं को अपने जनप्रतिनिधि चुनने का संवैधानिक अधिकार है। लेकिन भाजपा सरकार चुनाव प्रक्रिया में देरी कर उम्मीदवारों और मतदाताओं के अधिकारों को छीन रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह देरी लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है और जनता के हक का गला घोंटने के समान है।
कांग्रेस ने भाजपा सरकार से जल्द से जल्द चुनाव प्रक्रिया को शुरू करने और आरक्षण प्रक्रिया को पूरा करने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने चुनावों में और देरी की तो कांग्रेस इसके खिलाफ आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगी।