ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उन्नाव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने पुलिस की वर्दी का नाजायज फायदा उठाकर लाखों रुपये की वसूली कर ली। यह शख्स रोजाना पुलिस की वर्दी पहनकर सड़क पर निकलता था और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों को अपना निशाना बनाता था। खुद को यूपी पुलिस का सिपाही बताकर यह नकली पुलिसकर्मी बेखौफ होकर लोगों से पैसे ऐंठता रहा। हालांकि, एक महीने तक अपनी नकली वर्दी की आड़ में ठगी करने के बाद आखिरकार वह पुलिस के शिकंजे में आ ही गया।
ऐसे करता था फर्जीवाड़ा
इस आरोपी ने बड़ी चतुराई से लोगों को धोखा देने की योजना बनाई थी। वह रोजाना पुलिस की वर्दी पहनकर सड़कों पर निकलता और यातायात के नियम तोड़ने वालों को रोकता। वर्दी देखते ही लोग डर जाते और बिना सवाल किए उसकी मांग को मान लेते। आरोपी मौके पर ही “जुर्माना” वसूल लेता और वाहन चालकों को जाने देता। कई बार लोग उसकी असलियत पर शक किए बिना उसे असली पुलिसकर्मी समझकर पैसे दे देते।
पुलिस को मिली शिकायतें
जब कई लोगों ने ऐसे वसूली के मामलों की शिकायत पुलिस से की, तब पुलिस के कान खड़े हुए। लगातार शिकायतों के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की। जांच के दौरान यह पाया गया कि एक संदिग्ध व्यक्ति खुद को पुलिसकर्मी बताकर लोगों को लूट रहा है। उन्नाव पुलिस ने इस शख्स की तलाश तेज कर दी और आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी और वसूली के पैसे बरामद
गिरफ्तार आरोपी की पहचान शिव बक्श के रूप में हुई है, जो रायबरेली का रहने वाला है। पुलिस ने शिव बक्श के पास से वसूली के 7300 रुपये बरामद किए हैं, जो उसने एक ही दिन में जुटाए थे। यदि उसकी रोजाना की वसूली इतनी थी, तो अनुमान के मुताबिक उसने एक महीने में दो लाख रुपये से अधिक की अवैध कमाई कर ली थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा
एएसपी अखिलेश सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपी पर कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को चाहिए कि वे किसी भी संदिग्ध वर्दीधारी से सामना होने पर उसकी पहचान की पुष्टि जरूर करें।
जागरूकता की आवश्यकता
यह मामला उन लोगों के लिए एक सबक है, जो बिना आईडी जांचे वर्दीधारी लोगों पर आंख मूंदकर भरोसा कर लेते हैं। पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें। इस घटना से यह साफ हो गया है कि कुछ लोग वर्दी की आड़ में कानून का उल्लंघन कर जनता को धोखा देने में संकोच नहीं करते।