जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
बलिया जिले के बैरिया थाना क्षेत्र की जयप्रकाश नगर पुलिस चौकी में शराब तस्करी के मामले में गड़बड़ी सामने आने पर जिले के एसपी विक्रांत वीर ने कठोर कदम उठाया है। शनिवार को चौकी के प्रभारी गुरुप्रसाद सिंह समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। इन पर कर्तव्य में लापरवाही, उदासीनता, अकर्मण्यता और अनुशासनहीनता के आरोप लगे हैं। इस कार्रवाई के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
शराब की बरामदगी में गड़बड़ी का आरोप
सूत्रों के मुताबिक, जयप्रकाश नगर चौकी के पुलिसकर्मियों ने शराब की खेप पकड़ी, लेकिन बरामद शराब की मात्रा को कागजों में कम दिखाने की कोशिश की। मामला तब गंभीर हो गया जब बिहार की सीमा पर शराब पकड़े जाने के दौरान बिहार पुलिस और मद्य निषेध विभाग की टीम ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया। वीडियो में स्पष्ट देखा गया कि पुलिस ने बरामद शराब की कुछ पेटियां अपने कब्जे में ले लीं और बाद में बरामदगी की रिपोर्ट में कम मात्रा दर्ज की।
तस्करी में बड़े तस्कर का नाम गायब करने का आरोप
स्थानीय लोगों का आरोप है कि गुरुवार की रात बिहार की ओर शराब तस्करी करते हुए अंग्रेजी शराब की एक बड़ी खेप पकड़ी गई। इस कार्रवाई में छपरा (बिहार) के रिविलगंज थाने की पुलिस और मद्य निषेध विभाग की टीम शामिल थी। जैसे ही खबर जयप्रकाश नगर पुलिस चौकी को मिली, वहां के पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सीमा क्षेत्र का हवाला देकर शराब की खेप को अपने कब्जे में ले लिया।
हालांकि, बिहार पुलिस और मद्य निषेध विभाग ने कार्रवाई का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया, जिसमें शराब की बरामदगी और उसके साथ की गई गड़बड़ी स्पष्ट हो गई। लोगों का आरोप है कि पुलिस ने जानबूझकर तस्करी में शामिल एक बड़े शराब तस्कर का नाम मुकदमे से हटा दिया।
निलंबित पुलिसकर्मियों की सूची
एसपी ने इस मामले में चौकी प्रभारी गुरुप्रसाद सिंह के साथ सिपाही सचिन कुमार, बृजेश सिंह, चंदन रजक और अभय सिंह को निलंबित कर दिया है। इन सभी पर तस्करी की गड़बड़ी को छिपाने और कानून-व्यवस्था की अवहेलना के गंभीर आरोप हैं।
बिहार सीमा पर शराब तस्करी की चुनौती
बैरिया थाना क्षेत्र की जयप्रकाश नगर पुलिस चौकी बिहार सीमा से सटी हुई है, जहां शराबबंदी लागू है। इस कारण उत्तर प्रदेश से बिहार में शराब की तस्करी की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। स्थानीय पुलिस और तस्करों की मिलीभगत की शिकायतें पहले भी सामने आई हैं, लेकिन इस बार कार्रवाई का वीडियो सामने आने के बाद एसपी ने सख्त कदम उठाते हुए पूरे चौकी स्टाफ को निलंबित कर दिया।
इस घटना से यह स्पष्ट है कि पुलिस प्रशासन अब किसी भी प्रकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कार्रवाई के मूड में है। इस कदम से अन्य पुलिस चौकियों के लिए भी एक कड़ा संदेश गया है कि शराब तस्करी में किसी प्रकार की मिलीभगत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।