सोनू करवरिया की रिपोर्ट
बांदा जिले के नरैनी क्षेत्र के लहुरेटा गांव में एक विवाहिता ससुराल पक्ष की प्रताड़ना का शिकार हुई। पीड़ित महिला सुमन ने पुलिस अधीक्षक सहित अन्य उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
सुमन ने अपनी शिकायत में बताया कि लगभग 15 साल पहले उसकी शादी लहुरेटा गांव निवासी छत्ती श्रीवास से हुई थी। शादी के कुछ वर्षों तक सब कुछ ठीक रहा, लेकिन लगभग 5 साल पहले उसके पति ने बिना उसकी सहमति के दूसरी शादी कर ली और दूसरी पत्नी के साथ बांदा शहर के एक मोहल्ले में रहने लगा।
सुमन ने बताया कि उसे सरकार की ओर से आवास योजना के तहत एक मकान मिला था, लेकिन उसके पति ने वह मकान भी बेच दिया। इस बीच, जब वह अपने मायके से ससुराल पहुंची तो ससुराल वालों ने गाली-गलौज करते हुए उसे घर से भगा दिया। सुमन का कहना है कि ससुराल वालों ने न केवल उसके साथ अभद्रता की बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी।
बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित सुमन
पीड़िता के तीन बच्चे हैं—दो लड़के और एक लड़की—जिनका भविष्य अब अनिश्चित हो गया है। सुमन का कहना है कि ससुराल वालों की इस हरकत के बाद अब उसके और बच्चों के पास कोई सहारा नहीं बचा है।
पुलिस अधीक्षक ने दिए जांच के आदेश
महिला द्वारा उच्चाधिकारियों को शिकायत किए जाने के बाद पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली पुलिस को जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप
सुमन ने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि शादी के बाद से ही उसे तरह-तरह की प्रताड़नाओं का सामना करना पड़ा। पति द्वारा दूसरी शादी के बाद उसकी मुश्किलें और बढ़ गईं। अब उसे और उसके बच्चों को ससुराल में रहने तक नहीं दिया जा रहा है।
न्याय की उम्मीद में सुमन
सुमन को अब पुलिस और प्रशासन से न्याय की उम्मीद है। पीड़िता ने अपील की है कि उसे और उसके बच्चों को इंसाफ मिले और ससुराल पक्ष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
यह मामला न केवल महिला उत्पीड़न की कहानी को उजागर करता है, बल्कि समाज में फैली पितृसत्तात्मक सोच और महिलाओं के प्रति दुर्व्यवहार पर भी सवाल खड़े करता है।