Explore

Search
Close this search box.

Search

27 December 2024 6:37 am

लेटेस्ट न्यूज़

भाजपा नेता ने ली महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ, दो उपमुख्यमंत्रियों ने भी संभाली जिम्मेदारी

173 पाठकों ने अब तक पढा

विम्रता जयराम हरयानी की रिपोर्ट

महाराष्ट्र में गुरुवार शाम एक भव्य समारोह में भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि उनके साथ सहयोगी दलों के नेता एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। यह ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित किया गया, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई प्रमुख नेता और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। उनकी सरकार में शिवसेना के एकनाथ शिंदे और एनसीपी के अजित पवार को राज्यपाल ने डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाई। यह तीसरी बार है कि देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।

भाजपा नेता प्रसाद लाड ने पहले कहा था कि शपथ ग्रहण समारोह एक भव्य आयोजन होगा जिसमें लगभग 42,000 लोग शामिल होंगे। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी, कई केंद्रीय मंत्री और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इस समारोह में शामिल होंगे। उन्होंने बताया था कि 40,000 भाजपा समर्थकों के बैठने लिए विशेष व्यवस्था की गई है और विभिन्न धर्मों के नेताओं सहित 2,000 गणमान्य लोगों के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था की गई है। एक अधिकारी ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सुरक्षा के लिए 4,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

भाजपा की तीसरी बार सरकार बनाने की उपलब्धि

23 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए थे, जिसमें भाजपा ने 288 सीटों में से 132 सीटों पर जीत दर्ज की। इसके साथ ही, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) के साथ गठित ‘महायुति’ गठबंधन ने बहुमत हासिल कर लिया। गठबंधन के कुल विधायकों की संख्या 230 के करीब पहुंच गई, जिससे भाजपा ने अपनी तीसरी बार सरकार बनाने की राह सुनिश्चित की।

गठबंधन की रणनीति और नई नेतृत्व टीम

भाजपा के नेता को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। इसके बाद गठबंधन ने राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। शपथ ग्रहण से पहले, भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने विधायक दल की बैठक में नेताओं के चयन की घोषणा की।

मुख्यमंत्री का राजनीतिक सफर

नए मुख्यमंत्री, जो नागपुर दक्षिण पश्चिम क्षेत्र से विधायक हैं, ने तीसरी बार यह पद संभाला है। उनकी सादगी और विकासोन्मुखी सोच के कारण उन्हें राज्य की राजनीति में एक स्थिर और लोकप्रिय चेहरा माना जाता है। उनके नेतृत्व में भाजपा ने चुनाव प्रचार में आक्रामक रणनीति अपनाई और उल्लेखनीय सफलता हासिल की।

महायुति गठबंधन की प्राथमिकताएं

सरकार बनने के साथ ही ‘महायुति’ गठबंधन ने राज्य में विकास कार्यों को गति देने और जनकल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता देने का वादा किया है। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि उनकी सरकार सभी वर्गों के विकास के लिए समर्पित रहेगी। साथ ही, राज्य के आर्थिक पुनर्गठन और निवेश आकर्षित करने पर भी जोर दिया जाएगा।

विशेष अतिथियों की उपस्थिति

इस समारोह में जापान के प्रमुख, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहे। यह आयोजन न केवल एक शपथ ग्रहण था, बल्कि भाजपा की राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती ताकत का भी प्रतीक था।

समीक्षा और चुनौतियां

हालांकि, नई सरकार के सामने कई चुनौतियां होंगी, जैसे किसानों की समस्याएं, शहरी विकास, और बेरोजगारी। विपक्ष ने पहले ही महायुति सरकार पर सत्ता की राजनीति का आरोप लगाया है, जिसे सरकार को अपने काम से खारिज करना होगा।

महाराष्ट्र में यह नई सरकार राज्य की राजनीतिक दिशा को नए सिरे से परिभाषित करने के लिए तैयार है। आगामी सत्र में उनकी नीतियों और कार्यशैली पर नजर रहेगी, जो राज्य के भविष्य को तय करेगी।

Leave a comment

लेटेस्ट न्यूज़