ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
आगरा के थाना पिनाहट क्षेत्र के नया पुरा मोहल्ले में आठ साल के रौनक के लिए मां यशोदा ही काल बन गई। देवर से प्रेम संबंध का राज खुलने के डर से हत्या की साजिश रची। बेटे ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था।
चाचा भतीजे को अपने कमरे में ले गया और हत्या कर दी। मां बाहर नजर रखे रही कि कोई आ नहीं जाए। पुलिस ने बालक की मां और चाचा को गिरफ्तार कर लिया है। गांव में लोग कातिल मां को कोस रहे हैं।
नयापुरा निवासी करन सिंह का बेटा रौनक शुक्रवार शाम को 5 बजे लापता हुआ था। अपहरण की आशंका जताते हुए पिता करन सिंह ने केस दर्ज कराया था। सोमवार सुबह पड़ोसी के घर के पीछे एक बोरे में रौनक का शव मिला। उसके सिर में चोट के निशान थे। करब के पत्ते शरीर पर लगे थे। इससे लग रहा था कि उसको करब के गट्ठरों में छिपाकर रखा गया होगा। इससे ही पुलिस को सुराग मिला। करन सिंह के घर की छत पर करब रखी थी। छत और सीढि़यों खून के निशान मिले। कमरे में रौनक की बनियान भी थी।
एसीपी पिनाहट अशोक कुमार के नेतृत्व में दो ट्रेनी आईपीएस पुलिस टीम को जांच के लिए लगाया गया था। पुलिस ने रात में ही बालक की हत्या की गुत्थी सुलझा ली थी। शक के आधार पर मृतक बालक के चाचा भानु कुमार को उठाया। उसके फोन को चेक किया गया। उसमें मृतक की मां यशोदा के साथ कुछ आपत्तिजनक वीडियो फुटेज मिले। इससे हत्याकांड पूरी तस्वीर साफ हो गई।
डीसीपी पूर्वी जोन अतुल शर्मा के अनुसार, चाचा भानु ने पूछताछ में बताया कि बड़े भाई सूरत में साड़ियों के कारखाने में काम करते हैं। 4 साल से भाभी यशोदा से संबंध हैं। भाई 18 नवंबर को वापस आ गए। घटना वाले दिन बाजार गए थे। इस पर वह भाभी के कमरे में पहुंच गया था। कमरे में भतीजे रौनक ने उन्हें देख लिया था। उन्हें लगा कि वह पिता को बता देगा। इस पर दोनों ने उसकी हत्या की योजना बनाई।
टाॅफी दिलाने के बहाने कमरे में ले गया
मां ने बेटे को टाॅफी दिलाने के लिए चाचा के साथ भेजा। चाचा उसे अपने कमरे में ले गया। कपड़े धोने की मोगरी से उसके सिर में एक के बाद एक कई प्रहार किए, जिससे उसकी मौत हो गई। शव को सीढि़यों के पास रखे ड्रम पर रख दिया। बोरा डाल दिया, जिससे कोई देख नहीं सके। सीढि़यों पर खून गिर गया था। इसे साफ करने का प्रयास किया। इस दौरान यशोदा दरवाजे पर खड़ी होकर लोगों को देखती रही। अंधेरा होने पर शव को बोरे में रखकर मंझले भाई रवि के कमरे की छत पर रखी करब के नीचे छिपा दिया। शाम 7 बजे यशोदा ने बेटे के अपहरण का हल्ला मचाया।
मोबाइल चार्ज करने के बहाने घर से निकली
पुलिस ने बताया कि दो दिन पुराना शव होने के कारण उसमें दुर्गंध आने लगी थी। सोमवर की सुबह यशोदा छत पर गई। भानू घर के पीछे गली में चला गया। यशोदा ने रस्सी से बोरा बांधकर शव को नीचे उतारा। वहां पर भानु ने लेकर रख दिया।
करवाचौथ के फोटो से शक सच में बदला
पुलिस ने भानु के मोबाइल को चेक किया था। इसमें भाभी के साथ खिंचे कई फोटो मिले। इनमें होली खेलने के साथ ही करवाचौथ पर शृंगार करके फोटो भी शामिल थे। भानु ने भाभी के नंबर की गई चैट हिस्ट्री मिटा दी थीं। इससे पुलिस का शक पुख्ता हो गया।