चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
बिजनौर जिले की पुलिस की सतर्कता को परखने के लिए एसपी सिटी संजीव बाजपेई ने खुद एक रियलिटी चेक किया। इस जांच में पुलिस की लापरवाही उजागर हो गई। एसपी सिटी बिना वर्दी के, एक सिपाही के साथ बाइक पर सवार होकर जिले के विभिन्न थानों और चौकियों के चक्कर लगाते रहे। उनकी इस अचानक जांच में शहर कोतवाली समेत कई पुलिस चौकियां और पिकेट फेल साबित हुईं। न तो किसी ने उन्हें रोका, न ही उनकी बाइक के नंबर की जांच की। इस लापरवाही पर एसपी सिटी ने सख्त कार्रवाई करते हुए तीन दारोगा और नौ सिपाहियों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया।
चोरी की बाइक का मैसेज, लेकिन कोई हरकत नहीं
गुरुवार रात एसपी सिटी ने रेंडम चेकिंग के तहत पुलिस की सतर्कता को परखने का फैसला किया। उन्होंने सबसे पहले वायरलेस और वॉकी-टॉकी पर सूचना प्रसारित की कि एक टीवीएस स्पोर्ट्स बाइक (नंबर UP-13 B 8992) चोरी हो गई है। इस सूचना के साथ उन्होंने पुलिस थानों और चौकियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया। इसके बाद एसपी सिटी बिना वर्दी के एक सिपाही के साथ उसी बाइक पर सवार होकर बिजनौर शहर में निकल पड़े।
एसपी सिटी ने बाइक पर सवार होकर पुलिस पिकेट, चौकियों और थानों के तीन-तीन चक्कर लगाए। इस दौरान चोरी की बाइक का संदेश बार-बार वायरलेस पर प्रसारित किया जा रहा था। बावजूद इसके किसी भी पुलिसकर्मी ने न तो बाइक को रोका और न ही उसकी जांच करने की कोशिश की।
लापरवाही पर सख्त कार्रवाई
इस चेकिंग के दौरान एसपी सिटी ने पाया कि शहर के प्रमुख चौकियों और पिकेटों पर तैनात पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरत रहे थे। गुस्साए एसपी सिटी ने आवास विकास चौकी, सिविल लाइंस चौकी, आबकारी चौकी, शास्त्री चौक पुलिस पिकेट, सेंट मैरीज पुलिस पिकेट, फैंटम मोबाइल और कोबरा मोबाइल पर तैनात पुलिसकर्मियों और अधिकारियों से लिखित स्पष्टीकरण मांगा। साथ ही तीन दारोगा और नौ सिपाहियों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश भी जारी किया।
एसपी सिटी की कार्यशैली बनी चर्चा का विषय
एसपी सिटी संजीव बाजपेई अपनी सख्त कार्यशैली के लिए अक्सर चर्चा में रहते हैं। इस बार उन्होंने अपने मातहतों की ड्यूटी के प्रति उदासीनता को उजागर कर दिया। उनकी इस कार्रवाई से जिले के पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया है।
पुलिस सतर्कता पर सवाल
यह घटना पुलिस विभाग के भीतर सतर्कता और जिम्मेदारी की कमी को उजागर करती है। एसपी सिटी का यह कदम न केवल लापरवाह पुलिसकर्मियों को चेतावनी है, बल्कि पूरे विभाग को ड्यूटी के प्रति गंभीर रहने की सीख भी देता है।