विम्रता जयराम हरियाणी की रिपोर्ट
मुंबई: 2024 के आम चुनाव में भाजपा को झटका लगने के बाद पार्टी पर सवाल उठे थे, लेकिन चुनावी राजनीति में अपने दमदार प्रदर्शन से पार्टी ने इन सवालों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ने तीसरी बार सत्ता में वापसी कर अपनी स्थिति मजबूत की। अब महाराष्ट्र और झारखंड के हालिया विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल में भी भाजपा और उसके गठबंधन का दबदबा दिखाई दे रहा है।
महाराष्ट्र में महायुति का बढ़ता प्रभाव
महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन (जिसमें शिवसेना और अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं) सत्ता में लौटने के लिए तैयार दिख रहा है।
एग्जिट पोल के अनुसार, महायुति को बहुमत से अधिक सीटें मिलने का अनुमान है:
मैट्रिज सर्वे: 150-170 सीटें
लोकशाही मराठी-रुद्र: 128-142 सीटें
पी-मार्क: 137-157 सीटें
पीपुल्स प्लस: 175-195 सीटें
एमवीए (महा विकास आघाड़ी), जिसमें कांग्रेस, उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं, को 85-140 सीटों के बीच सीमित बताया गया है।
‘चाणक्य स्ट्रैटजीज’ के सर्वे के अनुसार महायुति को 152-160 सीटें मिलने की संभावना है। भाजपा को 90, एकनाथ शिंदे गुट को 48 और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को 22 सीटें मिलने का अनुमान है।
झारखंड में एनडीए की वापसी के संकेत
झारखंड में भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन और इंडिया गठबंधन (जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी) के बीच सीधा मुकाबला है।
मैट्रिज सर्वे: एनडीए को 42-47 सीटें, इंडिया गठबंधन को 25-30 सीटें।
पीपुल्स प्लस: एनडीए को 44-53 सीटें, इंडिया गठबंधन को 25-37 सीटें।
हालांकि, एक्सिस माई इंडिया सर्वे में हेमंत सोरेन की सरकार की वापसी का अनुमान लगाया गया है, जिसमें इंडिया गठबंधन को 53 सीटें और एनडीए को 25 सीटें मिलने का दावा किया गया है।
हरियाणा में मिली सफलता के बाद बढ़ा आत्मविश्वास
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनाने के दावों के विपरीत भाजपा ने लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की। इस जीत ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेतृत्व में आत्मविश्वास को बढ़ाया है।
भाजपा के लिए सकारात्मक संकेत
महाराष्ट्र और झारखंड के एग्जिट पोल यह संकेत दे रहे हैं कि भाजपा और उसके सहयोगी दल इन राज्यों में बड़ी सफलता हासिल कर सकते हैं। हालांकि, वास्तविक नतीजे 23 नवंबर को आएंगे, जो स्पष्ट करेंगे कि एग्जिट पोल के ये अनुमान कितने सटीक हैं।
पार्टी के हालिया प्रदर्शन और संभावित जीत से यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा अभी भी देश की राजनीति में प्रमुख भूमिका निभाने में सक्षम है।