चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
गोंडा: सड़क हादसे में शिक्षिका की दर्दनाक मौत, परिवार में छाया मातम।
जिले के नवाबगंज क्षेत्र में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पार्ट-टाइम शिक्षिका के पद पर कार्यरत सविता सिंह की मंगलवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा अयोध्या के सरयू पुल पर हुआ, जहां तेज रफ्तार से आ रहे एक ट्रक ने उनकी स्कूटी को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि सविता सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।
मृत शिक्षिका की पहचान और घटना का विवरण
45 वर्षीय सविता सिंह, बस्ती जिले के छावनी थाना अंतर्गत गांव खेमराजपुर की रहने वाली थीं। वह अपने परिवार के साथ अयोध्या शहर में एक नए मकान में रहती थीं। सविता मंगलवार सुबह अपने घर से नवाबगंज स्थित कस्तूरबा विद्यालय के लिए स्कूटी से निकली थीं। जब वह सरयू पुल के पास पहुंचीं, तो तेज गति से आ रहे ट्रक ने उनकी स्कूटी को पीछे से टक्कर मार दी।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलने पर नवाबगंज पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रभारी निरीक्षक नवाबगंज, निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि ट्रक और उसके चालक को हिरासत में ले लिया गया है। हालांकि, अभी तक कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलने के बाद केस दर्ज किया जाएगा।
24 नवंबर को होनी थी बेटी की शादी
मृतका सविता सिंह के पति पंकज कुमार सिंह विक्रमजोत कस्बे के बाल्मीकि इंटर कॉलेज में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं। परिवार में दो बच्चे हैं—बड़ी बेटी नैन्सी और एक बेटा। इस महीने, 24 नवंबर को बेटी नैन्सी की शादी संतकबीरनगर जिले में तय थी। शादी की तैयारियों में पति-पत्नी दोनों जुटे हुए थे। शादी के कार्ड बंट चुके थे और सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थीं।
इस दुखद हादसे ने परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। सविता की अचानक मौत से पूरा परिवार गहरे सदमे में है। घर पर मातम का माहौल है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी
यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार वाहनों के बढ़ते खतरे पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। प्रशासन और समाज को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह के हादसे न हों और सड़कों को सुरक्षित बनाया जाए।
सविता सिंह की असमय मृत्यु ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर पैदा कर दी है।