ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय और प्राथमिक विद्यालय की स्थिति की जांच के लिए जिलाधिकारी के आदेश पर एक तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है। इस टीम की अध्यक्षता उप जिलाधिकारी (न्यायिक) करेंगे, और इसमें जिला विकास अधिकारी तथा जिला पंचायत राज अधिकारी को भी शामिल किया गया है।
इस जांच की शुरुआत तब हुई, जब उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के एक सदस्य ने शासन के निर्देशानुसार इन विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालयों में गंभीर अनियमितताओं को उजागर किया। उन्होंने इन अनियमितताओं की जानकारी सीधे जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से दी, जिसमें उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें ‘अपराधी’ तक कह दिया।
आयोग के सदस्य द्वारा भेजे गए इस पत्र के आधार पर जिलाधिकारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच टीम गठित की। जांच के दायरे में जिले के दो संबंधित विद्यालयों को शामिल किया गया है, जहां अनियमितताओं की पुष्टि हुई है। टीम की जिम्मेदारी होगी कि वह विद्यालयों की जमीनी हकीकत की गहन जांच करे और विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपे।
यह मामला शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त खामियों और जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही को उजागर करने वाला है। जिलाधिकारी द्वारा गठित यह जांच टीम सुनिश्चित करेगी कि शिक्षा की गुणवत्ता और प्रशासनिक कार्य प्रणाली में सुधार हो सके। इसके परिणामस्वरूप दोषियों पर उचित कार्रवाई किए जाने की संभावना भी बनी हुई है।