अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की फूलपुर विधानसभा सीट पर आगामी उपचुनाव के मद्देनजर चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। इस सीट पर 20 नवंबर को मतदान होना है। इस मौके पर आजाद समाज पार्टी (आसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिजनौर के नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने प्रयागराज का दौरा किया। उन्होंने यहां पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन में चुनावी माहौल तैयार करने के लिए जनसभा की।
मायावती पर हमला, दलित वोटरों को साधने की कोशिश
प्रयागराज की सभा में चंद्रशेखर आजाद ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती को निशाने पर लेते हुए दलित वोटरों को लुभाने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “बहुजन समाज ने मायावती जी को कई अवसर दिए हैं, अब वक्त आ गया है कि आजाद समाज पार्टी को भी एक मौका दिया जाए।” चंद्रशेखर ने साफ किया कि उनका मायावती से कोई व्यक्तिगत विरोध नहीं है, बल्कि वे उनका सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, “वो मुझसे उम्र में बड़ी हैं और मैं उनका सम्मान करता हूं, लेकिन अब बहुजन समाज को एक नई दिशा में सोचने की जरूरत है।”
चंद्रशेखर आजाद ने इस दौरान एक नारा दिया, “हम पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे।” उन्होंने कहा कि जब तक हम सब एकजुट होकर आगे नहीं बढ़ेंगे, तब तक देश की प्रगति संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि आज देश की बुनियादी समस्याओं का समाधान तभी होगा जब हर वर्ग को साथ लेकर चला जाएगा।
भाजपा पर तीखा प्रहार
इस दौरान चंद्रशेखर आजाद ने भाजपा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने योगी के ‘बंटोगे तो कटोगे’ बयान की कड़ी आलोचना की। चंद्रशेखर का कहना था कि भाजपा नफरत फैलाकर वोट हासिल करना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा इस तरह के बयानों से जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाना चाहती है।
उन्होंने कहा, “आज भाजपा के राज में अरहर की दाल से भी सस्ती दलित की जान है और मसूर की दाल से भी सस्ती मुसलमान की जान है।” उनका कहना था कि भाजपा सरकार में दलित और अल्पसंख्यक समुदायों की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है।
बेरोजगारी और युवाओं के मुद्दे उठाए
प्रयागराज के युवाओं की समस्याओं पर बात करते हुए चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यहां हजारों नौजवान प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन बेरोजगारी ने उनकी कमर तोड़ दी है। उन्होंने कहा, “आज पढ़ा-लिखा नौजवान सड़क पर घूम रहा है और सरकार की ओर से उसे लाठियों का स्वागत मिल रहा है।” चंद्रशेखर का कहना था कि आजाद समाज पार्टी की कोशिश है कि समाज के हर तबके को साथ लेकर पार्टी को एक मजबूत विकल्प के रूप में पेश किया जाए।
न्यायपालिका की भूमिका की सराहना
चंद्रशेखर आजाद ने अपने भाषण में न्यायपालिका की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि अगर देश में न्यायपालिका नहीं होती तो भाजपा सरकार अपने झूठ और अपराधों को सही ठहरा देती। उन्होंने न्यायपालिका की स्वतंत्रता को देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए जरूरी बताया।
फूलपुर उपचुनाव की सियासी तस्वीर
फूलपुर विधानसभा सीट पर होने वाले इस उपचुनाव को सत्तारूढ़ भाजपा, समाजवादी पार्टी, बसपा और आजाद समाज पार्टी के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हर पार्टी अपने-अपने वोट बैंक को साधने के प्रयास में जुटी है। चंद्रशेखर आजाद का यह दौरा और भाषण, खासकर दलित वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या चंद्रशेखर आजाद की अपील और रणनीति फूलपुर की जनता पर असर डालती है और क्या आसपा इस उपचुनाव में कोई महत्वपूर्ण भूमिका निभा पाती है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."