कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ के मोहनलालगंज में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान भद्दी सिर्स गांव के बुजुर्ग माता प्रसाद डीएम सूर्यपाल गंगवार के सामने फूट-फूट कर रो पड़े।
उन्होंने बताया कि सत्यापन प्रक्रिया में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है, जिसके कारण उनकी पेंशन रुक गई है। माता प्रसाद ने बताया कि वे तहसील और ब्लॉक के लगातार चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही।
यहां तक कि जिन कर्मचारियों और अधिकारियों ने उन्हें मृत घोषित किया है, वे सामने खड़े हैं, फिर भी उन्हें जीवित मानने से इनकार कर रहे हैं। डीएम ने तुरंत जांच कर पेंशन पुनः जारी करने के आदेश दिए।
इसी प्रकार, आठ महीने से अपनी भूमि की मेडबंदी (सीमा निर्धारण) कराने के लिए प्रयासरत बुजुर्ग बंशीलाल भी डीएम के समक्ष रो पड़े। उन्होंने बताया कि राजस्व निरीक्षक (कानूनगो) ने फर्जी रिपोर्ट तैयार कर उनकी शिकायत का निस्तारण कर दिया। डीएम ने इस पर संज्ञान लेते हुए फर्जी रिपोर्ट तैयार करने वाले कानूनगो के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश एसडीएम को दिए।
समेसी गांव के मामले में, जहां एक शिकायतकर्ता ने कागज पर ही बिजली का खंभा बदलने की शिकायत दर्ज की थी, डीएम ने अवर अभियंता (जेई) को कारण बताओ नोटिस जारी किया। इस शिकायत के समाधान के लिए पीड़ित ने मौके की तस्वीरें प्रस्तुत की थीं, जिससे साबित हुआ कि जेई ने बिना निरीक्षण किए ही शिकायत का निपटारा कर दिया था।
संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 173 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 41 का मौके पर ही समाधान कर दिया गया। विशेष रूप से डीएम सूर्यपाल गंगवार ने व्यक्तिगत रूप से 32 मामलों का तत्काल निस्तारण किया। डीएम ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए और इसकी पुष्टि संबंधित शिकायतकर्ता से की जाए।
इसके अलावा, शेरपुरलवल गांव के राम स्वरूप रावत ने डीएम के समक्ष अपनी शिकायत रखते हुए कहा कि 19 सितंबर को जर्जर बिजली के खंभे की समस्या के बारे में आईजीआरएस पर शिकायत दर्ज कराई गई थी। समेसी के अवर अभियंता ने मौके पर गए बिना ही खंभे को बदल देने की रिपोर्ट बनाकर शिकायत का समाधान कर दिया। डीएम ने इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए जेई को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ मामले का समाधान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
नगर पंचायत मोहनलालगंज के कई सभासदों ने अपनी समस्याओं और भ्रष्टाचार की शिकायतें भी डीएम के समक्ष प्रस्तुत कीं। सभासदों ने बताया कि 17 अगस्त को इस संबंध में शिकायत की गई थी, जिस पर डीएम ने एडीएम एफआर को जांच के आदेश दिए थे।
हालांकि, दो माह बीत जाने के बाद भी कोई जांच नहीं हुई। इस पर डीएम ने एडीएम को शीघ्र जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। वहीं, नगर पंचायत मोहनलालगंज के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) के खिलाफ कई शिकायतें मिलने पर डीएम ने उन्हें चेतावनी दी कि वे अपने कार्य व्यवहार में सुधार लाएं।