ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ के एक प्रतिष्ठित होटल में आयोजित गिजूभाई बधेका राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2024 समारोह में उन्नाव के छह शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान और नवाचारों के लिए सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह में देशभर से 84 शिक्षकों को उनके विद्यालयों में किए गए रचनात्मक कार्यों और साहित्य लेखन के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में विशेष पहचान बनाने के लिए सम्मानित किया गया।
सम्मान पाने वाले उन्नाव के शिक्षकों में डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा (उच्च प्राथमिक विद्यालय रामपुर गढ़ौवा, औरास), डॉ. रचना सिंह (कंपोजिट विद्यालय कटरी पीपरखेड़ा, सिकंदरपुर कर्ण), रेखा कुशवाहा (उच्च प्राथमिक विद्यालय गहोली, सफीपुर), पूनम वर्मा (यूपीएस मोइद्दीनपुर, हसनगंज), अंजू रंजना और प्रीति भारती (उच्च प्राथमिक विद्यालय नेवलगंज) शामिल हैं। इन सभी शिक्षकों को मेडल, शील्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
समारोह का आयोजन शैक्षिक संवाद मंच उत्तर प्रदेश द्वारा किया गया, जिसके संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय और गिजूभाई राष्ट्रीय सम्मान के संयोजक दुर्गेश्वर राय ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया।
इस कार्यक्रम में ‘विद्यालय बने आनंद घर’ थीम के तहत चर्चा हुई, जिसमें विद्यालय को बच्चों के लिए एक सुखद और आनंदमय वातावरण कैसे बनाया जाए, इस पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. जाकिर अली रजनीश और दुर्गेश्वर राय उपस्थित थे, जबकि अध्यक्षता श्रीबंधु कुशावर्ती ने की। इस अवसर पर “नदी बहने लगी हैं” नामक पुस्तक और बाल पत्रिका “बाल उमंग” का भी लोकार्पण हुआ।
डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा और डॉ. रचना सिंह ने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए किए जा रहे शैक्षिक प्रयासों और नवाचारों पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का संचालन प्रमोद दीक्षित मलय और प्रीति भारती ने किया।
Author: samachar
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